केंद्र से तालमेल बनाये हिमाचल : राज्यपाल
राज्यपाल शिव प्रताप शुक्ल ने कहा है कि हिमाचल प्रदेश में आई प्राकृतिक आपदा से प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी चिंतित हैं। मोदी का मानना है कि यहां के लोगों ने यदि समय के साथ खुद को नहीं बदला तो आने वाले समय में फिर प्रतिकूल हालात का सामना करना पड़ सकता है। राज्यपाल ने कहा कि सुप्रीमकोर्ट ने जो चिंता हिमाचल प्रदेश को लेकर जताई है, वही चिंता प्रधानमंत्री की भी है। उन्होंने कहा कि केंद्र सरकार ने हमेशा राज्य सरकार की मदद की है। ऐसे में आवश्यकता सिर्फ केंद्र सरकार से तालमेल बिठाने की है। उन्होंने कहा कि केंद्र सरकार ने अपनी टीम को वस्तुस्थिति का जायजा लेने के लिए भेजा है, जिसके आधार पर मदद मिलेगी। राज्यपाल शनिवार को राजभवन में पत्रकारों से अनौपचारिक बातचीत कर रहे थे।
राज्यपाल ने मुख्यमंत्री की तरफ से की गई टिप्पणी को लेकर पूछे गए प्रश्न के उत्तर में कहा कि मैंने सिर्फ नशा निवारण केंद्र को लेकर अपनी बात कही थी। यहां पर पुलिस और शासन काम कर रहा है। इसके अलावा मुख्यमंत्री खुद स्थिति को स्पष्ट कर सकते हैं।
बदले नियमों के कारण लेनी पड़ी राजभवन को नई गाड़ी
राजभवन के लिए मंत्रिमंडल की तरफ से 92 लाख रुपए की गाड़ी खरीदने की अनुमति दिए जाने को लेकर पूछे गए प्रश्न के उत्तर में राज्यपाल शिव प्रताप शुक्ल ने कहा कि दिल्ली में बदले नियम के अनुसार गाड़ी लेनी पड़ी। इस नियम के अनुसार पुरानी गाड़ी दिल्ली में नहीं चल सकती, जिसको लेकर स्थिति स्पष्ट नहीं की गई। उन्होंने स्पष्ट किया कि वह नई गाड़ी को लेने में विश्वास नहीं रखते, जो भी हुआ है वह नियमों के अनुसार हुआ है।
राहत सामग्री वाहनों को दिखायी हरी झंडी
राज्यपाल शिव प्रताप शुक्ल ने राजभवन से प्राकृतिक आपदा प्रभावित मंडी व कुल्लू जिला के लिए राहत सामग्री से लदे 3 पिकअप वाहनों को हरी झंडी दिखाई। इस राहत सामग्री में प्रभावित परिवार के लिए टैंट, तिरपाल, रसोई के बर्तन, कंबल, नए कपड़े, चादरें, गद्दे और अन्य आवश्यक घरेलू सामान भेजा गया है। इससे पहले भी मंडी में प्रभावित परिवारों के लिए राहत सामग्री से भरे वाहन भेजे जा चुके हैं। राहत सामग्री के वाहनों को रवाना करने के अलावा राज्यपाल खुद आपदा प्रभावित क्षेत्र मंडी, थुनाग और सराज जा रहे हैं।