पूर्व सरकार में गलत प्रॉपर्टी वेल्यूएशन से हिमाचल को 5.37 करोड़ का नुकसान
हिमाचल प्रदेश के कई सब-रजिस्ट्रार ऑफिसों में प्रॉपर्टी वैल्यूएशन में गंभीर अनियमितताएं सामने आई हैं। कैग की रिपोर्ट के अनुसार गलत सर्कल रेट, झूठे दूरी एफिडेविट और रिकॉर्ड की अनदेखी के कारण राज्य को कुल 5.37 करोड़ रुपये का राजस्व नुकसान हुआ है। 2017–2021 के दौरान 27 ऑफिसों में 151 सेल डीड गलत दूरी वर्गीकरण के आधार पर रजिस्टर्ड हुईं। इसमें वास्तविक वसूली 3.92 करोड़ होनी चाहिए थी मगर वसूल हुई केवल 2.45 करोड़, जिससे 1.47 करोड़ रुपये का नुकसान हुआ। वहीं कैग के मुताबिक 32 ऑफिसों में 470 डीड झूठे एफिडेविट पर आधारित पाई गईं। इसमें वसूली 8.84 करोड़ होनी चाहिए थी मगर वसूली 4.94 करोड़ हुई।
कैग ने कहा कि सब-रजिस्ट्रारों ने ऑफिशियल मैप और रिकॉर्ड से क्रॉस-वेरिफिकेशन नहीं किया और न ही संदिग्ध एफिडेविट पर ठोस कार्रवाई की। सरकार को रिपोर्ट भेजने के बावजूद कोई जवाब नहीं मिला। कैग ने इसे गंभीर लापरवाही बताते हुए तुरंत सुधारात्मक कदम उठाने की सिफारिश की है।
