शिमला, 28 नवंबर (निस)
हिमाचल प्रदेश पुलिस के जवानों ने सरकार द्वारा उनकी मांगें नहीं माने जाने के विरोध में आज मुख्यमंत्री जयराम ठाकुर के आवास का ही घेराव कर दिया। हिमाचल प्रदेश के इतिहास में यह पहला मौका है जब प्रदेश के सुरक्षा में लगे जवानों ने अपने ही प्रदेश के मुख्यमंत्री के घर का घेराव किया हो।
मुख्यमंत्री जयराम ठाकुर के आवास को पुलिस जवानों द्वारा घेरने की ये घटना आज शाम पांच बजे के बाद घटी। पुलिस जवान अचानक बड़ी संख्या में अपने कुछ वरिष्ठ अधिकारियों के साथ शाम पांच बजे के बाद मुख्यमंत्री के सरकारी आवास ओकओवर पहुंचे और आवास का घेराव कर दिया। हालांकि पुलिस जवानों के इस घेराव के वक्त मुख्यमंत्री जयराम ठाकुर अपने आवास पर नहीं थे।
प्रदेश पुलिस के ये जवान मुख्यमंत्री जयराम ठाकुर और हिमाचल प्रदेश अराजपत्रित कर्मचारी महासंघ के बीच हुई संयुक्त सलाहकार समिति की बैठक में उनकी मांगों पर कोई निर्णय न होने से नाराज थे।
प्रदेश पुलिस के हजारों जवान अपना अनुबंध का कार्यकाल आठ वर्ष से घटाकर अन्य कर्मचारियों की तरह दो वर्ष करने की मांग कर रहे हैं। पुलिस कर्मियों की ये मांग संयुक्त सलहाकार समिति के एजेंड में भी थी लेकिन इस पर बैठक में कोई फैसला नहीं हुआ। इससे पुलिस जवानों में भारी रोष है। इसके अलावा पुलिस कर्मचारी 13 महीने के वेतन की प्रथा को फिर से बहाल करने, राशन भत्ते में वृद्धि करने और इसी तरह की अन्य मांगें मानने के लिए सरकार पर दबाव बना रहे हैं। लेकिन उनकी कोई भी मांग फिलहाल सरकार ने नहीं मानी है। इस बीच पुलिस जवानों के घेराव के बीच ही मुख्यमंत्री जयराम ठाकुर भी देर सायं अपने आवास लौट आए। सीएमके आश्वासन के बाद जवानों ने मुख्यमंत्री के आवास का घेराव खत्म किया।
बढ़ सकता है तृतीय और चतुर्थ श्रेणी का कार्यकाल
हिमाचल प्रदेश में तृतीय और चतुर्थ श्रेणी के कर्मियों की सेवानिवृति आयु बढ़कर 60 साल हो सकती है। जानकारी के मुताबिक प्रदेश सरकार इस मुद्दे पर गंभीरता से विचार कर रही है। सूत्र बताते हैं कि विधानसभा के बजट सत्र के दौरान मुख्यमंत्री अपने बजट भाषण में इन दोनों श्रेणियों की सेवानिवृति का कार्यकाल 60 वर्ष करने की घोषणा कर सकते हैं। मुख्यमंत्री ने हाल ही में आयोजित कर्मचारी संयुक्त सलाहकार समिति की बैठक में इस तरह का आश्वासन दिया है।