शिमला, 24 मई (निस)
हिमाचल प्रदेश में हुए बहुचर्चित पुलिस भर्ती प्रश्न पत्र लीक मामले में प्रश्न पत्र कहीं और से नहीं बल्कि प्रंटिंग प्रेस से कथित तौर पर लीक हुआ है। इस मामले की जांच में जुटी प्रदेश पुलिस की एसआईटी की जांच में संकेत मिले हैं कि प्रश्न पत्र प्रिंटिंग प्रेस से लीक हुआ है न कि प्रश्नपत्र डालने वालों की ओर से। हालांकि अभी तक पुलिस अधिकारियों ने इस बात की पुष्टि नहीं की है। इसके बावजूद प्रदेश पुलिस मुख्यालय द्वारा आज जारी बयान में इस बात के संकेत दिए गए हैं कि प्रश्नपत्र लीक मामले में पुलिस मुख्यालय अथवा प्रश्न पत्र तैयार करने से जुड़े अधिकारियों व कर्मचारियों का इसे लीक करवाने में कोई हाथ नहीं है।
प्रदेश पुलिस मुख्यालय के अनुसार पुलिस भर्ती लीक मामले में विभिन्न राज्यों में सक्रिय संगठित गैंग शामिल है और इस गैंग ने एजेंटों के माध्यम से अभ्यार्थियों से संपर्क साधा। इस मामले में कई कोचिंग सेंटर के प्रबंधकों ने अभ्यर्थियों के फोन नंबर एजेंटों को उपलब्ध करवाए।
कोचिंग सेंटर की ओर से ऐसे अभ्यार्थियों का नंबर पेपर लीक से जुड़े गैंग के लोगों को उपलब्ध करवाए गए जिन्होंने शारीरिक दक्षता परीक्षा पास कर ली थी। प्रदेश पुलिस की एसआईटी इस मामले में मुख्य आरोपी शिवबहादुर सिंह को गिरफ्तार कर चुकी है जबकि कुछ अन्य आरोपियों की गिरफ्तारी अभी होनी बाकी है। इस मामले में अभी तक 91 लोग गिरफ्तार किए जा चुके हैं।