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Himachal News : एचपीयू को अंतर्राष्ट्रीय स्तर पर पहचान दिलवाएंगे एसपी बंसल, जल्द शुरू होंगे ऑनलाइन कोर्स

अंतर्राष्ट्रीय स्तर का हॉस्टल और गेस्ट हाउस बनाने की भी योजना
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ज्ञान ठाकुर

शिमला, 23 मार्च(हप्र)।

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Himachal News : हिमाचल प्रदेश विश्वविद्यालय को अंतर्राष्ट्रीय स्तर पर पहचान दिलवाने के लिए विश्वविद्यालय प्रशासन ने कार्य योजना बनाई है। इस योजना के अनुसार जल्द ही एचपीयू 3 अंतर्राष्ट्रीय विश्वविद्यालयों के साथ ज्वाइंट डिग्री प्रोग्राम शुरू करेगा। साथ ही अंतर्राष्ट्रीय हॉस्टल और गेस्ट हाउस का निर्माण किया जाएगा, जहां अंतर्राष्ट्रीय शोधकर्ता और छात्र आ सकेंगे। ये बात तीन सालों की उपलब्धियों को लेकर बातचीत करते हुए विश्वविद्यालय कुलपति प्रो. सत्य प्रकाश बंसल ने कही।

उन्होंने कहा कि एचपीयू को अंतर्राष्ट्रीय स्तर पर ले जाना उनका एक बड़ा लक्ष्य है, जिसके लिए कार्य योजना बनाई गई है। हिमाचल प्रदेश विश्वविद्यालय को मेरू प्रोजेक्ट के तहत 100 करोड़ रूपये की ग्रांट मिली है। इस ग्रांट से विश्वविद्यालय की काया पलट होगी। इसके अलावा हाल ही में हिमाचल प्रदेश विश्वविद्यालय को आई आई टी रोपड़ के साथ एएनआरएफ पेयर कार्यक्रम के तहत 100 करोड़ की ग्रांट के लिए पंजीकृत किया गया है। राष्ट्रीय शिक्षा नीति 2020 के तहत हिमाचल प्रदेश विश्वविद्यालय ने एनईपी को लागू करने के लिए तैयारियां पूरी कर ली हैं।इसके तहत वर्ष 2025-26 से नई शिक्षा नीति को लागू कर दिया जाएगा।

इसके तहत अगले सत्र से चार वर्षीय स्नातक की डिग्री के साथ-साथ मल्टीपल एन्ट्री मल्टीपल एग्ज़िट एवं एकैडमिक बैंक ऑफ क्रेडिट को प्रभावी रूप से लागू किया जाएगा। उन्होंने कहा कि राष्ट्रीय शिक्षा नीति के तहत छात्र अपनी क्षमता के अनुसार दो पीजी कोर्स लागू शर्तों के साथ कर सकता है। उन्होंने कहा कि एचपीयू जल्द हर छात्र के लिए स्किल डेवलपमेंट अनिवार्य करने जा रहा है, जिसमें छात्र को तीन व 6 महीने का स्किल डेवलपमेंट करना होगा जो आगे चल कर छात्र के लिए मददगार साबित होगा।

उन्होंने कहा कि एचपीयू को आत्मनिर्भर बनाना भी एक बड़ा लक्ष्य है। एचपीयू फीस व अन्य साधनों से कमाई कर सकता है। एचपीयू ने भर्ती प्रक्रिया ऑनलाइन शुरू की है, एसे में एचपीयू शुल्क बढ़ोतरी करेगा जो 200 रुपये से अधिक नहीं होगी। उन्होंने कहा कि एचपीयू स्टूडेंट्स पर अत्यधिक बोझ न डाल कर अपने पंजीकृत निजी संस्थानो को फीस में वृद्धि करेगा।

यूजीसी दिशानिर्देशों के अनुसार नैड में पंजीकरण के लिए नैड का पोर्टल तैयार कर एबीसी में अभी तक लगभग डेढ लाख विद्यार्थियों का पंजीकरण किया जा चुका है और विश्वविद्यालय एवं महाविद्यालय में पढ़ रहे सभी विद्यार्थियो का पंजीकरण किया जाएगा। इसके साथ ही एनएडी/डिजी लॉकर पर संस्थागत 5888 पाठ्यक्रम डाले जा चुके हैं। एनएडी पोर्टल पर ग्रेड के साथ 2308 छात्रों का डेटा डाला जा चुका है। हिमाचल प्रदेश विश्वविद्यालय में पिछले तीन वर्षों में 500 से अधिक विद्यार्थियों ने नेट/जेआरएफ की परीक्षा उत्तीर्ण की है। पिछले तीन वर्षों में लगभग 400 विद्यार्थियों ने पी. एचडी की उपाधि प्राप्त की है।

बीते तीन वर्षोx में विश्वविद्यालय ने 14 कंसलटेंसी परियोजनाओं से 76,40,091 रुपये कमाए। बाहरी एजेंसियों से वित्त पोषित 44 रिसर्च प्रोजेक्टस के माध्यम से विश्वविद्यालय ने 43672559 रुपये की राशि अर्जित की। बाहरी एजेंसियों से फंडिड 44 परियोजनाओं के माध्यम से विश्वविद्यालय ने इस अवधि में 4,36,72,559 रुपये की राशि अर्जित की। इस दौरान विश्वविद्यालय ने सेमिनारों, सम्मेलनों और कार्यशालाओं के आयोजन पर 77,61,468 रुपए खर्च किए।

पीएम उषा कार्यक्रम से मजबूत होगा आधारभूत ढांचा

कुलपति ने कहा कि पीएम उषा के तहत नए अकादमिक भवन जो कि पुरानी डिस्पेंसरी के स्थान पर बनाया जाएगा उसके लिए 8.25 करोड़ रूपये स्वीकृत किए गए हैं। पीएम उषा के तहत ही मार्डन डिजिटल लाईब्रेरी के भवन के लिए 10.16 करोड़ रूपये स्वीकृत किए गए हैं। पी एम उषा के तहत ही यूआईएलएस एवालॉज में नए अकादमिक भवन के निर्माण के लिए 3.4 करोड़ रुपये स्वीकृत किए गए हैं। विश्वविद्यालय के दूसरे परिसर जो कि घणाहट्टी में बनेगा, की सहमति मुख्यमंत्री द्वारा प्रदान कर दी गई है। अब जल्द ही विश्वविद्यालय के दूसरे परिसर को बनाने की प्रक्रिया प्रारंभ की जाएगी।

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