Himachal News: जयराम ठाकुर बोले- माजरा प्रकरण में BJP नेताओं के खिलाफ दर्ज मामले रद्द हों
ज्ञान ठाकुर/हप्र, शिमला, 21 जून
Himachal News: नेता प्रतिपक्ष जयराम ठाकुर ने कहा है कि हिमाचल प्रदेश की सुखविंदर सिंह सुक्खू सरकार सिरमौर जिला के माजरा में हुए एक हिंदू लड़की के अपहरण के मामले में सनातन की भावनाओं को कुचल रही है। जयराम ठाकुर ने शनिवार को शिमला में एक पत्रकार वार्ता में कहा कि इस मामले में सुक्खू सरकार का रवैया सनातन विरोधी है।
उन्होंने कहा कि इस मामले में अभी तक सरकार द्वारा की गई कार्रवाई देवभूमि हिमाचल के लोगों की आस्था, श्रद्धा और विश्वास पर ठेस है। उन्होंने इस मामले में भाजपा नेताओं के खिलाफ आईपीसी की धारा 109 के तहत दर्ज सभी मामलों को तुरंत वापस लेने की मांग की।
जयराम ठाकुर ने ये भी कहा कि यदि सरकार की सनातन के खिलाफ कार्रवाई पर तुरंत रोक नहीं लगी तो भाजपा इसके खिलाफ सड़कों पर उतरकर उग्र आंदोलन करेगी। प्रदेश भाजपा अध्यक्ष डॉ. राजीव बिंदल, पौंटा साहिब के विधायक व पार्टी के वरिष्ठ नेता सुखराम चौधरी, पच्छाद की विधायक रीना कश्यप और अन्य भाजपा नेता भी इस मौके पर मौजूद रहे।
नेता प्रतिपक्ष ने माजरा में हुए अपहरण मामले को लव जिहाद का स्पष्ट मामला करार दिया। उन्होंने इस घटना को लेकर सिरमौर जिला से मंत्री हर्षवर्धन चौहान की टिप्पणी को भी दुर्भाग्यपूर्ण करार दिया।
जयराम ठाकुर ने कहा कि सरकार ने इस मामले में अभी तक सिर्फ एक धर्म विशेष के लोगों के खिलाफ मामले दर्ज किए हैं, जबकि मामले में दोषी लड़के को अभी तक न तो गिरफ्तार किया गया है और न ही उसके खिलाफ कोई कार्रवाई की गई है।
नेता प्रतिपक्ष ने आरोप लगाया कि सरकार इस मामले में राजनीतिक प्रतिशोध की भावना से कार्रवाई कर रही है जो सही नहीं है। उन्होंने कहा कि यदि इस मामले में पुलिस प्रशासन ने समय रहते कार्रवाई की होती तो मामला इतनी तूल नहीं पकड़ता। उन्होंने ये भी कहा कि इस मामले में अभी तक सिर्फ एक तरफा कार्रवाई हुई है।
जयराम ठाकुर ने इस मामले में आरोपी लड़के के बैंक खाते में एक धर्म विशेष के लोगों द्वारा लाखों रुपए डालने की घटना की भी गहराई से जांच की मांग की ताकि पीड़ित परिवार को न्याय मिल सके। उन्होंने दोषियों के खिलाफ तुरंत कार्रवाई की भी मांग की।
जयराम ठाकुर ने कहा कि इस सारे मामले में पौंटा साहिब के एसडीएम का व्यवहार उचित नहीं था।
नेता प्रतिपक्ष ने कहा कि सरकार द्वारा एक समुदाय विशेष के लोगों द्वारा प्रदेश में कानून व्यवस्था को हाथ में लेने के बावजूद कार्रवाई न करना दुर्भाग्यपूर्ण है। उन्होंने कहा कि शिमला के संजौली में हुए मस्जिद प्रकरण में भी सरकार की भूमिका संदेहास्पद रही है। इसी तरह चंबा के मनोहर मामले में भी कोई ठोस कार्रवाई सरकार ने दोषियों के खिलाफ नहीं की है।