हिमाचल पूर्ण साक्षर राज्य, घोषणा 8 को
गोवा, सिक्किम और मिज़ोरम राज्यों के बाद हिमाचल प्रदेश ने 100 प्रतिशत साक्षरता दर हासिल कर ली है। प्रदेश के शिक्षा मंत्री रोहित ठाकुर ने शुक्रवार को शिक्षक दिवस पर एक पुरस्कार समारोह में कहा कि इसकी औपचारिक घोषणा 8 सितंबर को अंतर्राष्ट्रीय साक्षरता दिवस पर की जाएगी।
शिक्षा विभाग के एक अधिकारी ने कहा, ‘वर्तमान में हमारी साक्षरता दर 98 प्रतिशत है। केंद्रीय दिशानिर्देशों के अनुसार, किसी भी राज्य के लिए खुद को पूर्ण साक्षर घोषित करने का मानक 95 प्रतिशत साक्षरता दर है। हम कुछ समय पहले ही इस मानक को पार कर चुके हैं।’
साक्षरता के लिए केंद्र प्रायोजित योजना, उल्लास के दिशानिर्देशों के अनुसार राज्य को पूर्ण साक्षर घोषित किया जाएगा। यह योजना 15 वर्ष और उससे अधिक आयु के उन व्यक्तियों को लक्षित करती है जो स्कूल नहीं जा सकते। इस योजना के पांच घटक हैं- बुनियादी साक्षरता और संख्यात्मकता, महत्वपूर्ण जीवन कौशल, बुनियादी शिक्षा, व्यावसायिक कौशल और सतत शिक्षा।
अधिकारी ने बताया कि विभाग ने राज्य में निरक्षरों का पता लगाने के लिए व्यापक सर्वेक्षण किए थे और लगभग एक लाख लोग निरक्षर पाए गए। उन्होंने कहा, ‘हम उनमें से 50,000 से ज़्यादा लोगों को साक्षर बनाने में कामयाब रहे हैं। हमने उन्हें पढ़ाने के लिए मास्टर ट्रेनर और स्वैच्छिक शिक्षक नियुक्त किए हैं। इसलिए, अब राज्य में बहुत कम निरक्षर लोग हैं।’ राज्य ने केंद्र को रिपोर्ट पहले ही भेज दी है। अधिकारी ने बताया, ‘रिपोर्ट को स्वीकार कर लिया गया है। अब हम हिमाचल को पूर्ण साक्षर राज्य घोषित कर सकते हैं।’