शिमला, 31 अगस्त (निस)
हिमाचल प्रदेश विधानसभा के 7 सितंबर से आरंभ होने जा रहे मानसून सत्र से पहले भाजपा के भीतर बेचैनी बढ़ गई है। प्रदेश की जयराम ठाकुर सरकार जहां एक ओर कोरोना महामारी के कारण ठप पड़ी राज्य की अर्थव्यवस्था और कोरोना के बढ़े संक्रमण के कारण विपक्ष के हमलों का काट ढूंढने के लिए जुटी है वहीं दूसरी ओर सरकार को अपनी ही पार्टी के भीतर से भी चुनौतियां बढ़ गई हैं। ताजा चुनौती प्रदेश भाजपा के पूर्व अध्यक्ष व पार्टी के वरिष्ठ नेता डा़ राजीव बिंदल ने पेश की है। बिंदल ने आज अपनी एक सोशल मीडिया पोस्ट में कहा है कि ‘भाजपा ने क्या खोया, क्या पाया’ और ‘सरकार ने क्या खोया क्या पाया’ का आकलन करने का समय आ गया है। बिंदल ने कहा है कि सरकार और पार्टी को अब इसका विश्लेषण करना चाहिए। डा. बिंदल ने सोशल मीडिया पेज पर यह पोस्ट स्वास्थ्य घोटाले में पृथ्वी सिंह को क्लीन चिट मिलने के बाद डाली है। हालांकि स्वास्थ्य घोटाले में कहीं भी डॉ बिंदल का नाम नहीं था, मगर मीडिया में चर्चा होने लगी थी कि भाजपा के एक कद्दावर नेता के करीबी इसमें शामिल हैं। सवालों के घेरे में आए पृथ्वी सिंह को लेकर यह संदेश जाने लगा कि वह उनका करीबी हैं। डॉ बिंदल ने प्रदेश भाजपा अध्यक्ष पद से इसके बाद त्यागपत्र दे दिया।