ज्ञान ठाकुर/निस
शिमला, 9 सितंबर
हिमाचल प्रदेश विधानसभा में विपक्षी दल कांग्रेस ने आज लगातार दूसरे दिन सदन से कोरोना महामारी के मुद्दे पर वॉकआउट किया। यही नहीं कोरोना महामारी को देखते हुए विधानसभा अध्यक्ष विपिन परमार की मनाही के बावजूद सदन के बीचों बीच आकर डेढ़ घंटे तक नारे लगाए और हंगामा किया। इस दौरान विपक्ष द्वारा लाए गए काम रोको प्रस्ताव पर दो दिनों तक हुई चर्चा का जवाब भी मुख्यमंत्री जयराम ठाकुर ने विपक्ष के शोरगुल के बीच ही दिया। मुख्यमंत्री ने इस दौरान कहा कि सेनेटाइजर खरीद मामले में जांच लक्ष्य तक पहुंच गई है और जल्द ही इसे पूरा कर आरोपियों के खिलाफ आरोपपत्र दाखिल कर दिया जाएगा। उन्होंने वेंटिलेटर खरीद मामले में किसी प्रकार की गड़बड़ी से इनकार किया और कहा कि वेंटिलेटर के सारे दाम जैम पोर्टल पर अभी भी मौजूद है।
विपक्ष के हंगामे के बीच काम रोको प्रस्ताव पर हुई चर्चा का जवाब देते हुए मुख्यमंत्री जयराम ठाकुर ने कहा कि सरकार ने सेनेटाइजर खरीद मामले में एक भी पैसे का भुगतान नहीं किया है। उन्होंने कहा कि सरकार ने इस मामले में सारे भुगतान रोक दिए थे और साजिश रचने वालों के खिलाफ नियमानुसार कार्रवाई की जा रही है। उन्होंने कहा कि वेंटिलेटर खरीद को लेकर एक गुमनाम पत्र आया था। इसकी जांच की गई। जिसमें पाया गया कि ये पत्र एक व्यक्ति ने रंजिश में लिखा था। उस व्यक्ति को भी गिरफ्तार किया गया था और आगे की कार्रवाई जारी है। उन्होंने इस संबंध में विपक्ष के आरोपों को बेबुनियाद बताया और कहा कि उसने महज एक गुमनाम पत्र पर हो-हल्ला किया जिसकी हकीकत अब सबके सामने आ चुकी है। मुख्यमंत्री ने ये भी कहा कि वेंटीलेटर खरीद मामले में भी विपक्ष का असली चेहरा बेनकाब हो गया है। मुख्यमंत्री ने पीपीई किट मामले में कहा कि एक ऑडियो वायरल हुई जिसमें स्वास्थ्य निदेशक की एक व्यक्ति से पैसे के लेन-देन की बात मौजूद है। इस मामले में सरकार ने तत्कालीन स्वास्थ्य निदेशक को गिरफ्तार किया था और मामले की जांच चल रही है। इस मामले में अदालत में भी आरोपपत्र दाखिल कर दिया गया है तथा भविष्य में कानून के मुताबिक कार्रवाई होगी।
आने वाले समय में विपक्ष को सदन के बाहर भी बेनकाब किया जाएगा : जयराम
मुख्यमंत्री ने विपक्ष के हंगामे के बीच तल्खी भरे तेवरों में कहा कि आने वाले समय में विपक्ष को सदन के बाहर भी बेनकाब किया जाएगा। उन्होंने कहा कि कोरोना संकट के समय विपक्ष का व्यावहार दुर्भाग्यपूर्ण रहा है और उसे इसकी जनता सजा देगी। मुख्यमंत्री ने कहा कि कोरोना संकट में भाजपा कार्यकर्ताओं ने गांव-गांव जाकर मास्क और सैनेटाइजर बांटे वहीं विपक्ष ने आपदा की इस घड़ी में भी अवसर खोजते हुए 12 करोड़ रुपए के खर्च का ब्यौरा अपनी पार्टी हाईकमान को भेज दिया। उन्होंने तंज कसते हुए कहा कि कांग्रेस ने आपदा की इस घड़ी में अपनी ही पार्टी को लूट लिया। विपक्ष के हंगामे पर मुख्यमंत्री ने कहा कि कांग्रेस उनकी आवाज नहीं दबा सकती। उन्होंने ये भी कहा कि कोरोना संकट के इस दौर में यदि कांग्रेस देश या प्रदेश में सत्तासीन होती तो देश बर्बाद हो गया होता। बाद में विपक्ष की गैर मौजूदगी में सदन ने ध्वनि मत से काम रोका प्रस्ताव को नामंजूर कर दिया। विपक्ष की ओर से ये काम रोको प्रस्ताव मुकेश अग्निहोत्री, आशा कुमारी, रामलाल ठाकुर, हर्षवर्धन चौहान और जगत सिंह नेगी ने नियम 67 के तहत लाया था।