‘हेपेटाइटिस लीवर से जुड़ा इंफेक्शन, बिगाड़ सकता है शरीर का पूरा सिस्टम’
विश्व हेपेटाइटिस जागरूकता दिवस पर स्वास्थ्य एवं परिवार कल्याण विभाग खंड धगेड़ा ने सोमवार को नाहन फाउंड्री कैंपस में कार्यक्रम का आयोजन किया।
खंड चिकित्सा अधिकारी डॉ. मोनीषा अग्रवाल के निर्देशानुसार कार्यक्रम में स्वास्थ्य शिक्षिका कृष्णा राठौर ने हेपेटाइटिस के विभिन्न पहलुओं पर इस गंभीर बीमारी के प्रति जागरूक किया। कृष्णा राठौर ने बताया कि हेपेटाइटिस लीवर से जुड़ा एक गंभीर संक्रमण है। लीवर हमारे शरीर का एक अत्यंत महत्वपूर्ण अंग है, जो शरीर से विषाक्त पदार्थों को बाहर निकालने में अहम भूमिका निभाता है। यदि लीवर में किसी प्रकार का संक्रमण हो जाए, तो यह पूरे शरीर के सिस्टम को बाधित कर सकता है।
उन्होंने कहा कि हेपेटाइटिस ए मुख्य रूप से दूषित पानी और भोजन के सेवन से फैलता है। नशीले पदार्थों के लिए साझा सुई या चिकित्सा प्रक्रियाओं में इस्तेमाल की गई संक्रमित सुई से हेपेटाइटिस बी और सी फैल सकता है। संक्रमित गर्भवती माता से उसके होने वाले शिशु को भी हेपेटाइटिस का संक्रमण हो सकता है। साथ ही संक्रमित खून चढ़ाने और अत्यधिक शराब का सेवन या दवाइयों के विपरीत प्रभाव से भी हेपेटाइटिस का खतरा बढ़ जाता है।
उन्होंने कहा कि यदि पांच लक्षण दिखाई दें, तो तुरंत डॉक्टर से परामर्श लेना आवश्यक है। इसमें आंखों और त्वचा का पीला पड़ना, भूख में कमी, मतली या उल्टी, पेट के दाहिने हिस्से में दर्द, अत्यधिक थकान और मूत्र का रंग गहरा होना इसके सामान्य लक्षण हैं। इस मौके पर आशा कार्यकर्ता मीना शर्मा, अनीता, कुसुम शर्मा, शमीम अख्तर, रेखा धीमान, नीरू, निशा, रितु, बबीता सहित स्थानीय लोगों ने बड़ी संख्या में भाग लिया।