हमीरपुर, 29 जुलाई (निस)
कभी किसी ने सोचा भी न होगा की जो मां-बेटी विदेश जाने के सपने देख रही थीं, वह कभी अपने घर भी नहीं लौट पाएंगी। पिछले दिनों दिल्ली में एक हादसे ने मां-बेटी दोनों की जिंदगी छीन ली। जिला की ग्राम पंचायत उटप के लंजियाना गांव की निवासी मां-बेटी की चिताएं शुक्रवार को एक साथ जलीं।
गौरतलब है कि गत् 25 जुलाई को दिल्ली सड़क हादसे में हुई मौत के बाद शवों को शुक्रवार प्रात: पैतृक गांव लाया गया। महिला का पति कनाडा तथा बेटा हांगकांग से लौटा तभी शवों का अंतिम संस्कार किया गया। मां-बेटी की एक साथ चिंताएं जलता देख गांव के लोगों की आंखों से आंसू थमने का नाम नहीं ले रहे थे। जैसे ही पैतृक गांव पहुंचे वैसे ही माहौल मातम भरा हो गया। महिला के शव का संस्कार श्मशान घाट के अंदर जबकि बेटी के शव का अंतिम संस्कार श्मशान घाट के बाहर किया गया।