शिमला, 21 दिसंबर (निस)
मुख्यमंत्री जयराम ठाकुर ने आज कुरूक्षेत्र में कुरूक्षेत्र विकास बोर्ड द्वारा आयोजित 5वें अंतरराष्ट्रीय गीता सेमिनार का शुभारम्भ किया। इस वर्ष आयोजित किए जा रहे तीन दिवसीय सेमिनार का विषय ‘सतत अस्तित्व और श्रीमद्भगवद् गीता दर्शन’ है। हरियाणा सरकार द्वारा 17 से 25 दिसम्बर तक अंतरराष्ट्रीय गीता महोत्सव के अवसर पर यह सेमिनार आयोजित किया जा रहा है। इस अवसर पर मुख्यमंत्री ने श्रीमद्भगवद् गीता के आध्यात्मिक ज्ञान के भंडार को संरक्षित करने और बढ़ावा देने पर बल दिया तथा युवा पीढ़ी को श्रीमद्भगवद् गीता की शिक्षाओं के महत्व से अवगत करवाने पर बल दिया। उन्होंने कहा कि गीता आध्यात्मिक शिक्षा का भंडार है, जो हमें धर्म के सिद्धांतों के अनुसार जीवन जीने की कला सिखाती है।
उन्होंने कहा कि यह हमें जीवन के व्यावहारिक पहलुओं से भी अवगत कराती है और यह वर्तमान समय में भी प्रासंगिक है।
उन्होंने कहा कि यह हमें कर्म के सिद्धांतों की शिक्षा देती है और परिणामों की अपेक्षा किए बिना हमें कर्तव्य को महत्ता प्रदान करने के लिए प्रेरित करती है। उन्होंने भगवद्गीता के प्रचार के लिए हरियाणा सरकार को गीता जयंती के आयोजन पर बधाई दी। हरियाणा सरकार के शिक्षा मंत्री कंवर पाल, आचार्य स्वामी ज्ञानानन्द जी, शंकराचार्य जी, लोकेश मुनि जी और डेविड ने इस अवसर पर अपने विचार प्रस्तुत किए और जीवन में गीता के महत्व के बारे में बताया।
सीएम ने सरकारी कैलेंडर-2021 किया जारी
मुख्यमंत्री जयराम ठाकुर ने आज शिमला में सरकारी कैलेंडर-2021 जारी किया। इस कैलेंडर में प्रधानमंत्री नरेन्द्र मोदी द्वारा 3 अक्तूबर को राष्ट्र को समर्पित की गई अटल टनल रोहतांग का मनमोहक छाया चित्र है। इस कैलेंडर का प्रकाशन हिमाचल प्रदेश मुद्रण तथा लेखन सामग्री विभाग द्वारा किया गया है। मुख्य सचिव अनिल खाची, मुख्यमंत्री के प्रधान सचिव जे.सी. शर्मा, मुख्यमंत्री के प्रधान निजी सचिव आर.एन. बत्ता, मुद्रण तथा लेखन सामग्री विभाग की नियंत्रक रिमा कश्यप, सहायक नियंत्रक ऊमा शंकर, नरेश वर्मा और अन्य वरिष्ठ अधिकारी भी इस अवसर पर उपस्थित थे।