शिमला (निस) :
अराजपत्रित कर्मचारी महासंघ के दो समानांतर धड़ों के बाद प्रदेश की कर्मचारी राजनीति में एक तीसरे संगठन का उदय हुआ है। 15 विभागों के राज्य संगठनों ने साझा मंच पर आते हुए संयुक्त कर्मचारी महासंघ का गठन किया है। चुनावी साल में संयुक्त कर्मचारी महासंघ के गठन से साफ है कि कर्मचारियों की वेतन विसंगतियों के साथ साथ उनके और मुद्दों व पेंशन भोगियों की जंग भी यह संगठन लड़ेगा। संयुक्त कर्मचारी महासंघ के गठन के ऐलान से पहले आज शिमला में 15 विभागों के कर्मचारी संगठनों की बैठक हुई। बैठक में वीरेंद्र चौहान के नेतृत्व में संयुक्त कर्मचारी महासंघ के गठन का फैसला लिया गया। नए संगठन के महामंत्री का दायित्व हीरा लाल वर्मा तथा वित्त सचिव का दायित्व खैमेंद्र गुप्ता और चीफ एडवाइजर के पद पर विनोद कुमार को सौंपा गया। चीफ पैटर्न का दायित्व एचआरटीसी के सभी कर्मचारी संगठनों के प्रमुख प्यार सिंह को दिया गया और पैटर्न का दायित्व शिक्षा विभाग के वरिष्ठ और राजकीय अध्यापक संघ के सलाहकार सरोज मेहता को दिया गया। बैठक में निर्णय लिया गया कि सभी बड़े विभागों को उपाध्यक्ष के पद का दायित्व दिया जाएगा।