ज्ञान ठाकुर/निस
शिमला, 4 जून
हिमाचल प्रदेश में पिछले कुछ सप्ताह से मौसम के सुहावना बने रहने के बाद सूर्यदेव एक बार फिर प्रचंड हैं और पहाड़ों पर आग उगल रहे हैं। हालत यह है कि आज हिमाचल के ऊना में पारा एक बार फिर 44 डिग्री के पार पहुंच गया। ऐसे में लोगों का राज्य के मैदानी व मध्यवर्ती इलाकों में प्रचंड गर्मी के कारण घरों से बाहर निकलना मुश्किल हो गया है। वहीं दूसरी ओर शिमला, मनाली, कसौली, चायल, कुफरी, नारकंडा, मकलोडगंज और डलहौजी जैसे पर्यटक स्थलों पर पर्यटकों के उमड़े भारी सैलाब के चलते सड़कों पर हाहाकार की स्थिति है क्योंकि लोगों को कई-कई घंटे ट्रैफिक जाम में बिताने पड़ रहे हैं।
मौसम विभाग के आंकड़ों के मुताबिक आज ऊना में अधिकतम तापमान 44, धौलाकुआं में 41.7, बरठी में 40.4, कांगड़ा और मंडी में 39, सुंदरनगर, चंबा और नाहन में 38-38, धर्मशाला और बिलासपुर में 37-37, सोलन में 36 और शिमला में 28.5 डिग्री सेल्सियस दर्ज किया गया। प्रदेश में अचानक पड़ रही इस गर्मी के कारण जंगल फिर से धू-धू कर जलने लगे हैं और राज्य के निचले इलाकों में अचानक पानी की कमी हो गई है।
इस बीच मौसम विभाग ने अगले एक सप्ताह तक राज्य में मौसम के शुष्क बने रहने और तापमान में वृद्धि का पूर्वानुमान जारी किया है। विभाग ने इस दौरान राज्य के मैदानी और मध्यम ऊंचाई वाले अलग-अलग स्थानों पर लू चलने की संभावना भी जताई है।
ट्रैफिक का बुरा हाल
राजधानी शिमला में दिन भर सड़कों पर ट्रैफिक जाम से लोग बेहाल रहे। पुलिस आंकड़ों के मुताबिक बीते रोज शुक्रवार और आज शनिवार को 8-8 हजार से अधिक पर्यटक वाहन शोघी बैरियर से प्रवेश किए। इसके चलते कुफरी, फागू और नारकंडा में भी जाम की स्थिति बनी रही। मनाली ट्रैफिक जाम से सबसे अधिक त्रस्त है। यही हालत डलहौजी की भी है। मैदानी इलाकों में स्कूलों में छुट्टियां हो जाने के चलते पहाड़ों पर पर्यटकों की आमद पूरे यौवन पर है। इससे पर्यटन व्यवसायी तो खुश हैं लेकिन आम लोगों की दिक्कतें बढ़ गई हैं।