FIR Row in Himachal छात्राओं पर मुकदमे को लेकर भड़के जयराम ठाकुर
मुख्यमंत्री सुखविंदर सिंह सुक्खू के कार्यक्रम में भोजन न मिलने पर नारेबाजी करने वाली छात्राओं पर एफआईआर दर्ज करने के मामले ने हिमाचल की राजनीति को गरमा दिया है। पूर्व मुख्यमंत्री और नेता प्रतिपक्ष जयराम ठाकुर ने सरकार पर ‘तानाशाही रवैया’ अपनाने का आरोप लगाया है।
जयराम ठाकुर ने कहा कि मुख्यमंत्री सुक्खू कांग्रेस के छोटे नेताओं को खुश करने के लिए छात्राओं पर मुकदमे करा रहे हैं। उन्होंने कहा कि सरकार आलोचना से डर रही है और जो भी आवाज उठाता है, उसे दबाने के लिए एफआईआर दर्ज कर दी जाती है।
उन्होंने आरोप लगाया कि बच्चियों को कार्यक्रम में बुलाया गया, लेकिन उन्हें भोजन नहीं मिला। जब उन्होंने विरोध किया तो उनके खिलाफ मुकदमा दर्ज कर दिया गया। ठाकुर ने कहा कि सरकार की नीति बन गई है‘जो बोले, उसे जेल भेजो’।
जयराम ठाकुर ने कहा कि मुख्यमंत्री को याद रखना चाहिए कि तानाशाही ज्यादा समय तक नहीं चलती। उन्होंने अधिकारियों से अपील की कि वे विवेक और ईमानदारी से काम करें, ताकि बाद में उन्हें पछताना न पड़े।
उन्होंने कहा कि प्रदेश में शासन की स्थिति बहुत खराब है। मुख्य सचिव, डीजीपी और कई विभागों के प्रमुख कार्यवाहक हैं। ‘यह सरकार अब कार्यवाहकों और चहेतों के भरोसे चल रही है,’ ठाकुर ने कहा।
आपदा राहत के नाम पर लूट का आरोप
जयराम ठाकुर ने कहा कि सरकार और उसके नेता आपदा राहत के पैसे का दुरुपयोग कर रहे हैं। केंद्र से आए 5500 करोड़ रुपये में से केवल 300 करोड़ रुपये ही प्रभावितों तक पहुंचे हैं। बाकी धनराशि का कोई हिसाब नहीं है। उन्होंने कहा कि प्रधानमंत्री द्वारा स्वीकृत 1500 करोड़ रुपये का विशेष पैकेज भी सरकार मनमर्जी से खर्च करना चाहती है, जो संभव नहीं है।