शिमला, 24 मई (निस)
हिमाचल प्रदेश में बीते दो दिनों से अधिक ऊंचाई वाले और जनजातीय क्षेत्रों में रुक-रुक कर हो रही बर्फबारी और राज्य के मैदान व मध्यम ऊंचाई वाले इलाकों में व्यापक वर्षा और आंधी तूफान से तापमान में जोरदार गिरावट आई है। हालत ये है कि जनजातीय जिला लाहौल स्पिति के मुख्यालय केलांग में आज न्यूनतम तापमान 0.4 डिग्री सेल्सियस तक गिर गया। ऐसे में प्रदेश में मई महीने में जनवरी जैसी ठंड का एहसास हो रहा है और शिमला, कुफरी, चायल, नारकंडा, मनाली तथा डलहौजी जैसे पर्यटक स्थलों पर लोगों को भरी गर्मी में गर्म कपड़े बाहर निकालने पड़े हैं। जनजातीय जिला लाहौल स्पिति के शिशु और गोंदरा में आज अभी तक 10-10 सेंटीमीटर से अधिक ताजा बर्फबारी हो चुकी है जबकि कुंजम, रोहतांग और बारालाचा दर्रों पर लगभग एक-एक फुट ताजा बर्फबारी हुई है। इसके चलते मनाली-लेह सड़क पर दारचा से आगे यातायात अवरुद्ध हो गया है। इसी तरह दारचा-शिंकुला-कारगिल सड़क और कोकसर-कुंजम-काजा सड़क पर भी बर्फबारी के कारण यातायात बंद हो गया है।
निचले हिस्सों में बीते 24 घंटों के दौरान व्यापक से भारी वर्षा हुई है। इसके चलते मंडी-मनाली सड़क 12 घंटे से अधिक समय तक देओढ़ के पास बंद रही जिसे आज दोपहर बाद यातायात के लिए बहाल किया जा सका। इधर शिमला से बसंतपुर-जलोग होकर किंगल निकलने वाली सामरिक महत्व के सड़क कई स्थानों पर भूस्खलन के कारण बंद है जिसे खोलने के प्रयास किए जा रहे हैं। राजधानी शिमला में बीती रात से लगातार वर्षा हो रही है जिससे सामान्य जनजीवन प्रभावित हुआ है और शहर के कई हिस्सों में बिजली तथा पानी आपूर्ति प्रभावित हुई है।
मौसम विभाग ने आज राज्य में अधिकांश स्थानों पर वर्षा होने और अंधड़ चलने का येलो अलर्ट जारी किया है। विभाग के अनुसार प्रदेश में 28 मई तक मौसम के तेवर बिगड़े रहेंगे।
पर्यटकों के लिए एडवाइजरी जारी
कुछ दिनों तक मौसम के खराब बने रहने के पूर्वानुमानों को देखते हुए किन्नौर जिला प्रशासन ने पर्यटकों और स्थानीय लोगों के लिए एडवाइजरी जारी की है तथा उन्हें अधिक ऊंचाई वाले स्थानों की ओर न जाने की सलाह दी है। उपायुक्त आबिद हुसैन सादिक ने कहा कि जिले में ऊंची पहाड़ियों पर रुक-रुक कर बर्फबारी हो रही है। ऐसे में पर्यटकों और स्थानीय लोगों को ऊंचाई वाले इलाकों में जाने पर प्रतिबंध लगा दिया गया है। किन्नौर जिला में बीते साल भूस्खलन की घटनाओं में 37 लोगों की जान चली गई थी।
बारिश, बर्फबारी से किसानों को राहत
ताजा वर्षा व बर्फबारी प्रदेश के जनजातीय जिला लाहौल स्पिति के किसानों व बागवानों के लिए राहत लेकर आई है। दो माह से सूखे जैसी स्थिति का सामना कर रहे किसानों और बागवानों को अब फिर से अच्छी फसल की उम्मीद जगी है। कुल्लू जिला में भी लम्बे समय के बाद हुई वर्षा से किसानों और बागवानों की फसलों को जहां संजीवनी मिली है वहीं लोगों को गर्मी से राहत मिली है। चंबा में भी किसान ताजा वर्षा से राहत महसूस कर रहे हैं।