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Valentine's Day Special : पति के साथ दफ्न होने के लिये 38 साल किया इंतजार

English ma'am's immortal love story
नाहन के विला राउंड सैरगाह के किनारे कैथोलिक कब्रगाह में मौजूद अंग्रेजी दंपत्ति की कब्रें। -निस
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नाहन, 13 फरवरी (निस): हीर-रांझा, लैला-मजनू, रोमियो-जूलियट की कहानियां सभी ने सुनीं हैं, लेकिन पहाड़ों में एक ऐसी ब्रिटिश दंपत्ति की अमर प्रेम कहानी (Valentine's Day Special )भी है, जो सच्ची मोहब्बत की दास्तां बयां कर रही है। मोहब्बत का ये किस्सा सिरमौर रियासत के इतिहास के पन्नों में 1621 में बसे तकरीबन 404 साल पुराने ऐतिहासिक नाहन शहर से जुड़ा है।

Valentine's Day Special: 11 साल नाहन में रहे पियरसाल

बात रियासतकालीन समय की है। सिरमौर रियासतकाल में एक ब्रिटिश अफसर की पत्नी ने अपने पति की बगल में दफ्न होने के लिए 38 साल मौत का लंबा इंतजार किया। लूसिया अपने पति डॉ. इडविन पियरसाल के साथ नाहन पहुंची थीं। लूसिया के पति डा. इडविन पियरसाल महाराजा के चीफ मेडिकल ऑफिसर थे। डॉ. पियरसाल ने महाराजा के यहां करीब 11 साल अपनी सेवाएं दीं और 19 नवंबर 1883 में डॉ. इडविन का 50 साल की आयु में इंतकाल हो गया।

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महाराजा ने डा. पियरसाल को मिलिट्री ऑनर के साथ ऐतिहासिक सैरगाह शमशेर विला के उत्तरी हिस्से में दफ्न करवाया। यह जगह पियरसाल ने खुद चुनी थी और कहा था कि उनके देहांत के बाद उन्हें यहीं दफनाया जाए। उस वक्त अंग्रेज अफसर की पत्नी लूसिया 49 साल की थीं।

Valentine's Day Special : पति की मौत के बाद नहीं गईं इग्लैंड

कहते हैं कि पति की मौत के बाद लूसिया वापस इंग्लैंड नहीं गईं। उन्होंने अपने अन्य परिवार के सदस्यों को भी छोड़ दिया। लूसिया अपने पति डॉ. पियरसाल से बेपनाह मोहब्बत करती थीं। 19 अक्तूबर 1921 को वह घड़ी आ गई, जब लूसिया का इंतजार खत्म हुआ और अपने पति को याद करते हुए उन्होंने भी दुनिया को अलविदा कह दिया।

लूसिया की अंतिम इच्छा पूरी करने के लिए महाराजा ने सम्मान सहित लूसिया को भी उनके पति डॉ. पियरसाल की कब्र की बगल में दफ्न करवाया। आज भी सैरगाह में स्थित कैथोलिक कब्रगाह में इस पियरसाल दंपति के अमर प्रेम की कहानी बयां करती वास्तुकला से परिपूर्ण कब्रें आने-जाने वालों को आकर्षित करती हैं।

दे रहीं सच्चे प्यार की गवाही : कंवर अजय बहादुर

शाही परिवार के सदस्य एवं पूर्व विधायक कंवर अजय बहादुर सिंह बताते हैं कि इतिहास के पन्नों में कुछ ऐसी प्रेम कहानियां भी हैं, जिन्हें याद करने के साथ-साथ इनसे प्रेरणा लेने की भी आवश्यकता है। ब्रिटिश दंपत्ति की प्रेम कहानी अपने आप में सच्ची मोहब्बत के तौर पर मिसाल देते हुए यही संदेश देती हैं कि रिश्तों में मोहब्बत और अपनापन होना जरूरी है और हर दिन प्यार का दिन है और प्यार ऐसा हो, जिसकी चर्चाएं जिंदगी के बाद भी हर जुबां पर हो।

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