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भुलाना नहीं बल्कि पीढ़ी दर पीढ़ी बताना है आपातकाल को : रिजिजू

शिमला, 26 जून (हप्र) केंद्रीय संसदीय कार्य व अल्पसंख्यक मामले मंत्री किरेन रिजिजू ने कहा कि पूर्व प्रधानमंत्री स्वर्गीय इंदिरा गांधी द्वारा 25 जून 1975 को देश में लगाए गए आपातकाल को भूलना नहीं है बल्कि इसे पीढ़ी दर पीढ़ी...

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शिमला, 26 जून (हप्र)

केंद्रीय संसदीय कार्य व अल्पसंख्यक मामले मंत्री किरेन रिजिजू ने कहा कि पूर्व प्रधानमंत्री स्वर्गीय इंदिरा गांधी द्वारा 25 जून 1975 को देश में लगाए गए आपातकाल को भूलना नहीं है बल्कि इसे पीढ़ी दर पीढ़ी बताना है ताकि देश में दोबारा ऐसी घटना न हो। किरेन रिजिजू बृहस्पतिवार को यहां पत्रकार वार्ता को संबोधित कर रहे थे। उन्होंने कहा कि दोबारा ऐसा काला दिन न आए, इसलिए भाजपा संविधान हत्या दिवस मान रही है। उन्होंने कहा कि संविधान को बचाए रखना हम सभी की जिम्मेदारी है। इसलिए सभी को एक मत होकर संविधान हत्या दिवस मनाना चाहिए और संविधान को बचाने के लिए एकजुट होना होगा। किरेन रिजिजू ने कहा कि जिन लोगों ने या जिस परिवार ने देश में संविधान की हत्या की वही लोग आज संविधान को हाथ में लेकर देश में अघोषित आपातकाल की दुहाई दे रहे हैं। किरेन रिजिजू ने कहा कि आज कांग्रेस नेताओं खासकर एक परिवार की सुबह प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी को गाली देने से शुरू होती है और दिन का अंत भी गाली देने से होता है। इसके बावजूद कांग्रेस आज देश में अघोषित आपातकाल का दावा कर रही है। उन्होंने कहा कि यदि ऐसा ही कुछ कांग्रेस के कार्यकाल में हुआ होता तो क्या कांग्रेस विपक्ष को बख्श देती। किरेन रिजिजू ने कहा कि बाबा साहेब डॉ. भीमराव अंबेडकर के द्वारा निर्मित संविधान को कुचलने का सबसे बड़ा प्रयास देश में आपातकाल का लागू होना था। यही नहीं कांग्रेस ने इसके बाद भी संविधान को कुचलने के लिए कई संविधान संशोधन किए। प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी के केंद्र में सत्ता संभालने के बाद पहली बार वर्ष 2015 में देश में संविधान दिवस मनाने का फैसला हुआ।

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पटरी पर लौट रहा मणिपुर

किरेन रिजिजू ने कहा कि मणिपुर धीरे-धीरे पटरी पर लौट रहा है। कांग्रेस के 50 साल के शासनकाल में मणिपुर नस्लवाद की आग में जलता रहा लेकिन उस समय कोई भी तत्कालीन प्रधानमंत्री मणिपुर नहीं गया। ऐसे में प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी के मणिपुर दौरे की मांग करना गलत है। उन्होंने कहा कि यदि कांग्रेस को मणिपुर की इतनी ही चिंता है तो वह बताए कि उसके किसी प्रधानमंत्री ने आखिर मणिपुर में 50 साल की नस्लवाद की लड़ाई में इस राज्य का दौरा क्यों नहीं किया। उन्होंने कहा कि मणिपुर में हिंसा हाई कोर्ट के एक फैसले के कारण भड़की न कि केंद्र सरकार के किसी फैसले के कारण। किरेन रिजिजू ने कहा कि केंद्र में प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी के नेतृत्व में सरकार बने 11 साल हो गए हैं, लेकिन आज दिन तक एक भी मंत्री के खिलाफ भ्रष्टाचार का एक भी आरोप नहीं लगा है और न ही कोई घोटाला हुआ है।

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