धर्मशाला, 13 नवंबर(निस)
स्वास्थ्य एवं परिवार कल्याण तथा आयुर्वेद मंत्री डॉ. राजीव सैजल ने कहा कि प्रदेश सरकार शहरों के साथ-साथ दूरदराज व ग्रामीण क्षेत्रों के लोगों को अत्याधुनिक लेकिन किफायती स्वास्थ्य सेवाएं उपलब्ध करवाने के लिए स्वास्थ्य क्षेत्र को विशेष प्राथमिकता प्रदान की गई है। उन्होंने कहा कि प्रदेश सरकार द्वारा वर्तमान वित वर्ष में स्वास्थ्य एवं आयुर्वेद सेवाएं उपलब्ध करवाने पर 3009 करोड़ रुपये व्यय किये जा रहे हैं।
स्वास्थ्य मंत्री शुक्रवार को बैजनाथ विधानसभा क्षेत्र के अन्तर्गत ग्राम पंचायत कंदराल के मैगजीन में 61 लाख रुपये की लागत से निर्मित प्राथमिक स्वास्थ्य केन्द्र का उद्घाटन करने के उपरांत बोल रहे थे। उन्होंने कहा कि इस प्राथमिक स्वास्थ्य केन्द्र के खुलने से कंदराल, हरेड़ तथा उतराला के लगभग 2500 लोगों को घर के नजदीक स्वास्थ्य सुविधा उपलब्ध होगी।
आयुर्वेद को मजबूत करने का प्रयास
डॉ. राजीव सैजल ने राजीव गांधी राजकीय स्नातकोत्तर आयुर्वेदिक महाविद्यालय एवं चिकित्सालय पपरोला में राष्ट्रीय आयुर्वेद दिवस एवं धन्वंतरि जयंती के उपलक्ष्य पर आयोजित कार्यक्रम में शिरक्त कर पूजा अर्चना की। उन्होंने बताया कि इस वर्ष के आयुर्वेद दिवस का आयोजन कोविड-19 महामारी के प्रबंधन में आयुर्वेद की भूमिका पर केन्द्रित है। उन्होंने बताया कि आयुर्वेद दिवस का उद्देश्य आयुर्वेद और उसके विशिष्ट उपचार तरीकों की शक्तियों पर ध्यान केन्द्रित करना है। इस अवसर पर वेबिनार का आयोजन किया गया जिसमें प्रतिभागियों ने कोविड-19 महामारी के प्रबंधन में आयुर्वेद की भूमिका पर प्रकाश डाला। डॉ. सैजल ने कहा कि प्रदेश सरकार भारत की प्राचीन चिकित्सा पद्धति ‘आयुर्वेद’ को मजबूत करने के लिए प्रभावी प्रयास कर रही है।