बारिश से जनजीवन अस्त-व्यस्त कई जगह भूस्खलन, सड़कें अवरुद्ध
धर्मशाला, 25 जून (निस)
पिछले 24 घंटों से लगातार मानसून की बारिश ने हिल स्टेशन में जन-जीवन अस्त-व्यस्त कर दिया है। फतेहपुर में एक मध्यम आयु वर्ग का व्यक्ति उफनती खड्ड में फंस गया था, लेकिन स्थानीय लोगों ने उसे सौभाग्य से बचा लिया।
इस बीच, पिछले 24 घंटों से लगातार हो रही बारिश ने पहाड़ी शहर में सामान्य जनजीवन को अस्त-व्यस्त कर दिया है, जहां 100 मिमी से अधिक बारिश हुई है। कल रात 49.3 मिमी बारिश हुई थी। 21 जून को यहां 10 मिमी, 22 जून को 15 मिमी, 23 जून को 30 मिमी और 24 जून को 10 मिमी बारिश दर्ज की गई। जिला प्रशासन के एक अधिकारी ने बताया कि पालमपुर तहसील में एक संपर्क मार्ग पर भूस्खलन की भी खबर है। जल शक्ति विभाग के एक वरिष्ठ अधिकारी ने बताया कि विभाग को कांगड़ा जिले में बुनियादी ढांचे को नुकसान हुआ है। नुकसान की रिपोर्ट क्षेत्र से मंगवाई गई है, जिसे गुरुवार को संकलित किया जाएगा। लगातार हो रही बारिश ने धर्मशाला और इसके आसपास के इलाकों में सामान्य जनजीवन को भी प्रभावित किया है, खासकर बच्चों को स्कूल जाने में काफी परेशानी का सामना करना पड़ा। बाजार भी पूरे दिन सुनसान रहे। स्थानीय परिवहन सेवाएं भी क्षमता से कम संचालित हुईं। मौसम विभाग ने पूर्वानुमान लगाया है कि अगले 48 घंटों में बारिश का मौजूदा दौर जारी रहेगा।
सिरमौर में 29 सड़कें अवरूद्ध
नाहन (निस) : जिला सिरमौर में भारी बारिश के बीच आम जनजीवन अस्तव्यस्त हो गया है। जगह-जगह यातायात ठप हो गया। लिहाजा, वाहन चालकों सहित यात्रियों को भारी दुश्वारियों का सामना करना पड़ा। विभाग के अनुसार बारिश से जिले में 29 सड़कें अवरूद्ध रहीं। शिलाई में सबसे ज्यादा 20 सड़कें बंद रहीं। इसके साथ साथ संगड़ाह उपमंडल में 5 और नाहन क्षेत्र की 4 सड़कों पर जगह-जगह भूस्खलन हुआ। कई घंटे लगातार बारिश जारी रहने से लोक निर्माण विभाग को 1.10 करोड़ रुपए की चपत लगी। कई जगह सड़कों के डंगे गिर गए तो कहीं पहाड़ी से भारी भूस्खलन के चलते सड़कों पर आवाजाही ठप रही। सड़कें बंद होने से कई सरकारी और निजी बसें फंसी रहीं। बारिश से कई जगह ट्रांसफार्मर भी ठप रहे।
कुल्लू और लाहौल में भारी तबाही
मंडी/कुल्लू (निस) : हिमाचल प्रदेश में प्री मानसून में ही जगह+जगह मूसलाधार बारिश और बाढ़ आने से भारी तबाही हुई है। बुधवार को कुल्लू और लाहौल स्पीति में एक साथ पांच जगह बादल फटे। कई स्थानों पर सड़कें भी बह गई हैं और दो दर्जन से अधिक छोटे पुल बह गए हैं। सबसे ज्यादा नुकसान कुल्लू के सैंज और गड़सा इलाके में हुआ है जहां जीवा नाला और पंचा नाला में भयंकर बाढ़ आ गई और हजारों टन लकड़ियां बहकर आगे निकल गई। मंडी के लारजी और पंडोह डैम से अचानक पानी आगे छोड़ दिया गया है जिससे ब्यास और सतलुज में जलस्तर बढ़ गया है। प्रशासन ने हूटर बजाकर लोगों को नदी से दूर रहने का आह्वान किया है। मनाली के अटल टनल मार्ग पर पहले स्त्रो गैलरी के पास भी फ्लैश फ्लड की घटना हुई है। बंजार उपमंडल के होरनगढ़ क्षेत्र में फ्लैश फ्लड के कारण बंजार-बठाहर सड़क पर बना एक छोटा पुल तथा एक वाहन भी बह गया है।