बीबीएन 10 मई (निस )
कोरोना के भय लोगों में इतना बैठ गया है कि अपनों का अंतिम संस्कार करने से लोग तैयार नहीं हो रहे है। ऐसा ही मामला बद्दी में देखने को मिला है। नगर परिषद बद्दी के दैनिक वेतन भोगी कर्मचारियों के न आने पर बद्दी वार्ड एक के लोगों ने जम्मू-कश्मीर के व्यक्ति का अंतिम संस्कार किया। इस व्यक्ति की बुखार से मौत हो गई थी लेकिन इसका टेस्ट नहीं हुआ था। जिस पर स्थानीय युवाओं ने कोविड नियमों के तहत उसका अंतिम संस्कार किया। बद्दी के वार्ड-एक के हरविंद्र सिंह के किराये का मकान में रहने वाले जम्मू-कश्मीर निवासी 72 वर्षीय रमेश कृष्ण कौल की उसके कमरे में संदिग्ध हालत में मौत हो गई है। यह व्यक्ति कमरे में अकेले रहता था। सुबह जब वह नहीं उठा तो हरविंद्र व वार्ड पार्षद किरण गौतम ने पुलिस को सूचित किया। सूचना मिलते ही वार्ड पार्षद का पति संजीव ठाकुर व पुलिस मौके पर पहुंची। इस कमरे के साथ रह रहे लोगों का कहना था कि पिछले दो-तीन दिन से यह व्यक्ति बुखार से पीड़ित था। यह किसी कंपनी में सुरक्षा कर्मी का कार्य करता था। लेकिन उक्त व्यक्ति ने कोरोना टेस्ट नहीं कराया था। जिस पर पुलिस ने मृतक व्यक्ति को फोन को सेनिटाईज करने के बाद उसमें से नंबर लिया और फोन किया। जिस पर उसकी चंडीगड़ में भतीजी ने सुना। फोन सुनते ही वह चंडीगढ़ से रवाना हो गयी। दोपहर बाद 2 बजे वह बद्दी पहुंची और उसने पुलिस से आग्रह किया कि उसका का आगे पीछे कोई नहीं है और यहीं पर इसकी अंतिम संस्कार किया जाए लेकिन बुखार आने की सूचना मिलते ही कोई भी हाथ लगाने को राज़ी नहीं हुआ।
वार्ड पार्षद ने पहले ईओ को सूचना दी। ईओ अवकाश पर थे तो पार्षद ने एसडीएम को सूचित किया। एसडीएम ने तहसीलदार को सूचना दी। तहसीलदार मौके पर जरूर आए लेकिन रविवार के चलते नगर परिषद का कोई डेली वर्कर नहीं आया। जिस पर स्वास्थ्य विभाग समेत सभी को कहा गया लेकिन किसी ने भी शव को हाथ नहीं लगाया। इसके बाद बद्दी के वार्ड नंबर-एक के युवा संजीव ठाकुर, ललित ठाकुर, अजय, हरविंद्र, करण, राकेश, अर्जुन ने पीपी किट पहन कर उक्त व्यक्ति को छोटा हाथी वाहन से श्मशान घाट पहुंचा और उसके बाद वहां पर उसका अंतिम संस्कार किया।
तहसीलदार मुकेश शर्मा ने बताया कि मृतक व्यक्ति ने कोरोना टेस्ट तो नहीं कराया था लेकिन उसमें कोरोना संक्रमण के लक्षण थे। जिस पर उसका कोविड नियमों के तहत संस्कार किया गया। नगर पालिका के दैनिक वेतन भोगी कर्मचारी अवकाश पर होने से स्थानीय युवाओं ने मृतक का अंतिम संस्कार किया गया।