विस्थापित किसानों को मिलेगा मुआवजा : पठानिया
धर्मशाला, 8 जुलाई (निस)
गग्गल हवाई अड्डे के बहुप्रतीक्षित विस्तार कार्यों को गति देने के लिए एयरपोर्ट सलाहकार समिति ने अहम फैसले लिए हैं। समिति ने बड़े विमानों की आवाजाही, हर मौसम में सुरक्षित उड़ान संचालन और रात के समय टेक-ऑफ तथा लैंडिंग की सुविधा सुनिश्चित करने के लिए जरूरी उन्नयन को तत्काल प्रभाव से लागू करने की सिफारिश की है। साथ ही अहमदाबाद और मुंबई के लिए सीधी उड़ानें शुरू करने की मांग को भी प्राथमिकता दी गई है। बैठक की अध्यक्षता करते हुए कांगड़ा के सांसद और समिति के अध्यक्ष डॉ. राजीव भारद्वाज ने कहा कि केंद्र सरकार पहले ही हवाई अड्डे के विस्तार को मंजूरी दे चुकी है और भूमि अधिग्रहण की प्रक्रिया ज़िला स्तर पर चल रही है। उन्होंने बताया कि वर्तमान रनवे की सीमाएं पर्यटकों की आमद और उड़ानों की संख्या दोनों को बाधित कर रही हैं।
उन्नयन के बाद हवाई अड्डा बड़े विमानों को संभालने में सक्षम होगा। भारतीय विमानपत्तन प्राधिकरण ने राज्य सरकार से 3,010 मीटर लंबे रनवे के लिए 369.82 एकड़ अतिरिक्त भूमि की मांग की है, जिसे नागरिक उड्डयन नीति, 2016 के अनुसार निशुल्क उपलब्ध कराया जाना है। बैठक में रात के समय और खराब मौसम के दौरान सुरक्षित लैंडिंग के लिए आधुनिक इंफ्रास्ट्रक्चर पर भी चर्चा हुई।
डॉ. भारद्वाज ने भरोसा दिलाया कि वे यह मामला केंद्रीय नागरिक उड्डयन मंत्रालय के समक्ष उठाएंगे। उन्होंने यह भी बताया कि गुजरात और महाराष्ट्र से आने वाले पर्यटकों की संख्या को देखते हुए मुंबई और अहमदाबाद के लिए सीधी उड़ानों की मांग जायज़ और जरूरी है। वहीं, शाहपुर से कांग्रेस विधायक केवल सिंह पठानिया ने समिति को आश्वस्त किया कि विस्थापित किसानों को उचित मुआवजा दिया जाएगा। अन्य अहम निर्णयों में हवाई अड्डे पर मुद्रा विनिमय काउंटर की स्थापना, समर्पित बस स्टैंड का निर्माण, धर्मशाला और मैकलोडगंज के लिए शटल सेवा की शुरुआत, हवाई अड्डे का नाम बदलकर कांगड़ा-धर्मशाला हवाई अड्डा करना व परिसर के आसपास मिट्टी के कटाव को रोकने के लिए उपायों को लागू करना शामिल है।