शिमला/धर्मशाला, 19 जनवरी (निस)
मुख्यमंत्री जय राम ठाकुर ने आज जिला कांगड़ा में धर्मशाला से मैकलोडगंज तक धर्मशाला स्काईवे रोपवे का लोकार्पण किया। धर्मशाला शहर को मैकलोडगंज से जोड़ने वाले 1.8 किलोमीटर लंबे इस रोपवे का निर्माण 207 करोड़ रुपये की लागत से किया गया है। जयराम ठाकुर ने कहा कि यह रोपवे मैकलोडगंज की यातायात समस्या को हल करने में सहायक सिद्ध होगा और इससे पर्यटन को और अधिक बढ़ावा मिलेगा। उन्होंने कहा कि यह रोपवे एक घंटे में 1000 लोगों को एक दिशा में ले जाएगा और ट्रॉली को धर्मशाला से मैकलोडगंज पहुंचने में कुल पांच मिनट का समय लगेगा। इसमें 10 टावर और दो स्टेशन हैं। उन्होंने कहा कि इस महत्वाकांक्षी परियोजना में मोनो केबल डिटेचेबल गोंडोलस तकनीक का इस्तेमाल किया गया है।
इस बीच मुख्यमंत्री ने आज धर्मशाला में 283.19 करोड़ रुपये की लागत से निर्मित 17 विकासात्मक परियोजनाओं के लोकार्पण और शिलान्यास किए। जयराम ठाकुर ने 6.30 करोड़ रुपये की लागत से निर्मित धौलाधार कनवेशन केंद्र, उपायुक्त कार्यालय धर्मशाला में 2.88 करोड़ रुपये की लागत से निर्मित पार्किंग, 8.40 करोड़ रुपये की लागत से निर्मित धौलाधार गार्डन, 6.50 करोड़ रुपये की लागत से अंघर महादेव मन्दिर परिसर में विकासात्मक कार्य, 97 लाख रुपये की लागत से विकसित बहुद्देशीय पार्क धर्मशाला, 10.50 करोड़ रुपये से चामुण्डा मन्दिर के जीर्णोधार कार्य, 4.63 करोड़ रुपये की लागत से निर्मित आर्ट एंड क्राफ्ट सेन्टर रझियाणा, 3.60 करोड़ रुपये से बृजेश्वरी मंदिर परिसर में सुधार कार्य, 4.35 करोड़ रुपये से माता बाघ कांगड़ा में विकास कार्य और एडीबी के अन्तर्गत 14.34 करोड़ रुपये की लागत से ज्वालामुखी में निर्मित पार्किंग का लोकार्पण किया। जय राम ठाकुर ने 1.06 करोड़ रुपये की लागत से निर्मित होने वाले आरएफएसएल के एडवांस इंस्टूमेंट लैब और 3.50 करोड़ रुपये की लागत से निर्मित होने वाली हिमाचल प्रदेश राज्य प्रदूषण नियंत्रण बोर्ड धर्मशाला की क्षेत्रीय प्रयोगशाला का शिलान्यास किया। इस अवसर पर जनसभा को संबोधित करते हुए मुख्यमंत्री ने कहा कि शहर में पर्यटन को बढ़ावा देने में धर्मशाला मैकलोडगंज रोपवे मील का पत्थर साबित होगा। उन्हांने कहा कि महामारी के बावजूद इस रोपवे का निर्माण समयबद्ध पूर्ण किया गया। उन्होंने कहा कि यह परियोजना पर्यटकों के साथ अन्य यात्रियों को परिवहन की वैकल्पिक सुविधा उपलब्ध करवाने में सहायक सिद्ध होगी। जयराम ठाकुर ने कहा कि शिमला जिले के चाशंल को स्कीइंग और शीतकालीन खेल गंतव्य स्थल, मंडी जिला के जंजैहली को इको-टूरिज्म स्थल, कांगड़ा जिले के बीड़ बिलिंग को साहसिक खेल स्थल और पौंग डैम को जलक्रीड़ा स्थल के रूप में विकसित किया जा रहा है।
मुख्यमंत्री के खिलाफ प्रदर्शन
धर्मशाला (निस) : धर्मशाला दौरे के दौरान बुधवार को एक तरफ जहां मुख्यमंत्री जय राम ठाकुर करोड़ों की सौगातें दे रहे थे वहीं दूसरी ओर सिद्धबाड़ी स्थित जोरावर स्टेडियम में बनने वाले इंटरनेशनल कन्वेंशन सेंटर के विरोध में स्थानीय लोगों ने मुख्यमंत्री के खिलाफ नारेबाजी की। लोगों की मांग है कि सिद्धबाड़ी में उनके पास एक ही खेल मैदान जोरावर स्टेडियम के तौर पर है। उनका कहना है कि अगर सरकार यहां कुछ बनाना चाहती है तो यहां सिर्फ खेल मैदान ही बनाए। अगर ऐसा नहीं हुआ तो आने वाले समय में विधानसभा जाने वाले रास्ते को बंद कर दिया जाएगा। स्थानीय लोगों के अलावा कांग्रेस के वरिष्ठ नेता एवं पूर्व मंत्री सुधीर शर्मा ने भी जोरावर स्टेडियम में कन्वेंशन सेंटर बनाने का विरोध किया।
टांडा में सीटी स्कैन मशीन का लोकार्पण
मुख्यमंत्री जयराम ठाकुर ने जिला कांगड़ा स्थित डॉ. राजेंद्र प्रसाद राजकीय चिकित्सा महाविद्यालय टांडा में लगभग 5 करोड़ रुपये की लागत से स्थापित सीटी स्कैन मशीन का लोकार्पण किया। यह 128 स्लाइस सीटी स्कैन मशीन राज्य के मरीजों को नवीनतम निदान सुविधा प्रदान करेगी। उन्होंने कहा कि चिकित्सा महाविद्यालय को शीघ्र ही डिजिटल एक्सरे और डिजिटल मैमोग्राफी मशीन उपलब्ध करवाई जाएगी। उन्होंने कहा कि महाविद्यालय में मल्टी स्टोरी पार्किंग का निर्माण किया जाएगा। उन्होंने कहा कि सेन्टर ऑफ एक्सीलेंस ऑफ मेंटल हेल्थ, सराय भवन, ट्रामा सेन्टर, नर्सिंग भवन, छात्राओं के लिए छात्रावास, एमसीएच भवन और फैकल्टी ब्लॉक के कार्य में तेजी लाकर शीघ्र पूर्ण किया जाएगा। उन्होंने पैदल पुल और स्थानीय मार्ग के लिए 20-20 लाख रुपये की घोषणा की। इसके उपरान्त मुख्यमंत्री युद्ध स्मारक धर्मशाला भी गए।