Dalai Lama Back Home दलाई लामा धर्मशाला लौटे, श्रद्धालुओं और कारोबारियों में खुशी की लहर
Dalai Lama Back Home तिब्बती आध्यात्मिक गुरु दलाई लामा मंगलवार को अपने लंबे लद्दाख प्रवास के बाद मैक्लोडगंज स्थित चुंगलाखांग मठ लौट आए। उनकी वापसी से न केवल अनुयायियों में गहरी खुशी है, बल्कि स्थानीय कारोबारियों के चेहरों पर भी रौनक लौट आई है।
दरअसल, उनका लौटना सोमवार को प्रस्तावित था, लेकिन खराब मौसम के चलते कार्यक्रम स्थगित करना पड़ा। वे पिछले सप्ताह लेह से दिल्ली पहुँचे थे, जहाँ ऊँचाई वाले क्षेत्र से लौटने के बाद स्वास्थ्य परीक्षण कराया गया।
6 जुलाई को धर्मशाला में जन्मदिन मनाने के बाद दलाई लामा 12 जुलाई को लेह रवाना हुए थे। डेढ़ महीने के प्रवास में उन्होंने ज़ांस्कर की यात्रा की, करगोन मेगा ग्रीष्मकालीन संगोष्ठी का उद्घाटन किया, ज़ांस्कर मोनलम चोर्टेन की आधारशिला रखी और 21,000 से अधिक श्रद्धालुओं को उपदेश दिए। लेह में उन्होंने नए जोखांग मंदिर की आधारशिला रखी और शिवात्सेल में करीब 50,000 अनुयायियों को संबोधित किया। इस दौरान चेक गणराज्य के राष्ट्रपति पेट्र पावेल सहित कई अंतरराष्ट्रीय गणमान्य हस्तियों ने उनसे मुलाकात की और उनके 90वें जन्मदिन पर शुभकामनाएँ दीं।
धर्मशाला में भारी मानसून और उनकी सेहत को देखते हुए ही यह लद्दाख प्रवास तय किया गया था। अब वे मैक्लोडगंज में कुछ दिन विश्राम करेंगे। 10 और 20 सितम्बर को यहाँ विशेष दीर्घायु प्रार्थना सभाएँ होंगी, जिनमें वे स्वयं प्रवचन देंगे।
गौरतलब है कि दलाई लामा की अनुपस्थिति से मैक्लोडगंज का पर्यटन क्षेत्र सुस्त पड़ा था। होटल, रेस्टोरेंट और टैक्सी कारोबार में मंदी देखी गई। स्थानीय लोग मानते हैं कि उनकी वापसी से यहाँ एक बार फिर से रौनक लौटेगी और श्रद्धालुओं की आमद बढ़ेगी।