मंडी (निस) : सरकाघाट विधानसभा क्षेत्रों की करीब दो लाख की आबादी को स्वास्थ्य सुविधाएं प्रदान करने वाला सिविल अस्पताल सरकाघाट खुद बीमार चल रहा है। लोगों को घरद्वार चिकित्सा सहायता प्रदान करने के सरकारी दावों की पोल खुल गई है। प्रदेश सरकार द्वारा चिकित्सकों के 17 पद स्वीकृत हैं, लेकिन वर्तमान समय में केवल आठ पद पर ही चिकित्सक अपनी सेवाएं दे रहे हैं। ज्यादातर ओपीडी में 3 से 4 डाक्टर ही होते हैं। बाकी कमरों पर ताले लटके रहते हैं। जिला मुख्य चिकित्सा अधिकारी डा. देवेंद्र शर्मा से बात की गई तो उन्होंने बताया कि सरकाघाट अस्पताल की स्थिति से उच्चाधिकारियों को अवगत करवाया गया है और शीघ्र ही चिकित्सक नियुक्त कर दिए जाएंगे।