सेब सीजन पर संकट : युद्धस्तर पर सड़कों की होगी बहाली
लगातार बारिश से शिमला जिले में सड़क नेटवर्क को भारी क्षति पहुंची है, जिससे सेब सीजन प्रभावित हो रहा है। इस स्थिति की समीक्षा करते हुए शिक्षा मंत्री रोहित ठाकुर ने बुधवार को लोक निर्माण विभाग और एचपीएमसी अधिकारियों के साथ बैठक की और बहाली कार्य में तेजी लाने के निर्देश दिए।
मंत्री ने बताया कि सिर्फ रोहड़ू सर्कल में ही 80 करोड़ रुपये का नुकसान आंका गया है। जिले में तीन प्रमुख जिला मार्गों व 227 ग्रामीण सड़कों सहित 230 सड़कें क्षतिग्रस्त हुई हैं, जबकि तीन पुलों में से एक बह गया। इनमें से अब तक 203 सड़कों को बहाल कर दिया गया है और शेष को 4 सितंबर तक खोलने का लक्ष्य रखा गया है। बहाली के लिए 113 जेसीबी, रोबोट, डोजर और टिपर मशीनें तैनात की गई हैं।
उन्होंने कहा कि एनएच-705 यातायात के लिए खोल दिया गया है, जबकि एनएच-707 पर बहाली कार्य युद्धस्तर पर जारी है और इसे भी शीघ्र चालू कर दिया जाएगा। बैठक में एचपीएमसी अधिकारियों ने बताया कि गुम्मा के 37 में से 31 और जुब्बल के 28 में से 25 सेब केंद्र प्रभावित हुए हैं। यहां करीब 80,000 क्रेट सेब रखे हैं जिनकी ढुलाई बार-बार हो रहे भूस्खलन से बाधित है और कई क्रेट मलबे के नीचे दब गए हैं।
रोहित ठाकुर ने कहा कि सेब इस क्षेत्र की जीवनरेखा है, इसलिए सड़कों की बहाली सर्वोच्च प्राथमिकता है। उन्होंने 178 करोड़ रुपये के पीडीएनए फंड का समुचित उपयोग करने और जरूरत पड़ने पर अतिरिक्त धनराशि के प्रस्ताव भेजने के निर्देश दिए। उन्होंने जनता से धैर्य बनाए रखने की अपील करते हुए आश्वासन दिया कि सरकार हरसंभव सहायता सुनिश्चित करेगी और वे स्वयं हालात पर नजर रखे हुए हैं।