कुल्लू में दो जगह बादल फटे, रामपुर में बाढ़
हिमाचल प्रदेश में मॉनसून लोगों को लगातार डरा रहा है। कुल्लू जिला के बंजार व आनी-निरमंड उपमंडल में बुधवार को दो अलग-अलग जगह ऊंची पहाड़ियों पर बादल फटे। पहली घटना बठाहड़ क्षेत्र में और दूसरी श्रीखंड महादेव भीम डवारी इलाके में हुई। इनसे तीर्थन घाटी व आसपास के कई निचले ग्रामीण इलाकों में पानी और मलबा भर गया। प्रशासन ने सुरक्षा की दृष्टि से कई गांव खाली करवाए हैं। आनी की क़ुर्पण खड्ड में बाढ़ आने से एक पैदल पुल क्षतिग्रस्त हो गया। हालांकि अभी तक किसी तरह के जानी नुकसान की सूचना नहीं है। डीसी कुल्लू तोरुल एस. रवीश ने बताया कि प्रभावित क्षेत्रों में टीमें भेज दी गई हैं और लोगों को सतर्क रहने की सलाह दी गई है। इस बीच कुल्लू की ऊंची चोटियों पर बादल फटने के बाद रामपुर के नानंटी क्षेत्र में बाढ़ जैसे हालात बने हुए हैं। गानवी खड्ड उफान पर है। इस मानसून सीजन में अब तक 241 लोगों की मौत हो चुकी है, 36 लोग लापता हैं और 326 लोग घायल हुए हैं। अब तक 2,205 घर क्षतिग्रस्त हुए हैं, जिनमें 523 पूरी तरह ढह गए।
पुल टूटने से दर्जनों गांवों का संपर्क टूटा
रामपुर बुशहर के नंती वकाशापाठ में आज सायं बादल फटने के बाद लोगों में दहशत है। गानवी खड्ड का जलस्तर अचानक बढ़ जाने से गानवी बाजार जलमग्न हो गया है। गानवी जल विद्युत परियोजना का मोटर योग्य पुल टूट जाने से क्याव, कूट किनछी, कुटरु, सुरु, रोपनी, खंडी धार, खींउचा सहित दर्जनों गांवों का संपर्क पूरी तरह से कट चुका है। गानवी बाजार में बने 9 शैडों में से 2 शेड बह गए हैं। 2 मकान, 5 दुकानें व 7 शेड मलबे में दब गए हैं। एक घर व पुलिस चौकी गानवी भी खतरे की जद में हैं। रामपुर बुशहर के काशा पाठ क्षेत्र में भी बादल फटने से तमाम नदी नाले उफान पर हैं। रामपुर बुशहर प्रशासन ने एहतियात के तौर पर गानवी खड्ड के किनारे बसे रिहायशी इलाकों को खाली करवा दिया है। प्रशासन ने सभी संबंधित विभागों को सतर्क रहने और किसी भी प्रकार की आपात की स्थिति से निपटने के कड़े निर्देश जारी किए हैं। एसडीएम रामपुर बुशहर हर्ष अमरेंद्र सिंह ने सतलुज नदी व अन्य छोटी नदियों के किनारे रहने वाले स्थानीय लोगों को सतर्क रहने को कहा है।