चिनूक हेलीकॉप्टर बने श्रद्धालुओं की उम्मीद
मणिमहेश यात्रा इस बार श्रद्धालुओं के लिए कठिन परीक्षा बन गई, लेकिन राहत की उड़ानें उनकी जिंदगी का सहारा बन रही हैं। भारी बारिश और आपदाओं के कारण भरमौर में फंसे यात्रियों को सुरक्षित निकालने के लिए हिमाचल प्रदेश सरकार ने भारतीय वायुसेना के सहयोग से निःशुल्क हवाई सेवा शुरू की है। डीसी चंबा मुकेश रेपसवाल ने बताया कि 5 सितंबर को वायुसेना के चिनूक हेलीकॉप्टरों ने भरमौर से करियां हेलीपैड तक 12 चक्कर लगाए। इन उड़ानों के जरिये 524 श्रद्धालुओं के साथ तीन शव भी पहुंचाए गए। करियां पहुंचने पर श्रद्धालुओं को एचआरटीसी की बसों से पठानकोट और कांगड़ा तक मुफ्त भेजा जा रहा है। इसी दिन 20 बसों ने 1000 से अधिक यात्रियों को सुरक्षित रवाना किया। सरकार की इस पहल से 29 अगस्त से अब तक 185 बसों के माध्यम से करीब 8000 श्रद्धालु निःशुल्क सुविधा का लाभ ले चुके हैं। प्रशासन ने साफ किया कि यह सेवा तब तक जारी रहेगी जब तक सभी यात्री अपने घरों तक न पहुंच जाएं।
31 जुलाई तक प्रस्तावित यह यात्रा बारिश और भूस्खलन से बीच में ही रुक गई थी। हजारों यात्री रास्तों में फंसे, जिन्हें स्थानीय लोग, स्वयंसेवी संस्थाएं और प्रशासन मिलकर लगातार निकालते रहे। अब वायुसेना और जिला प्रशासन की संयुक्त कोशिशें पूरे क्षेत्र में साहस और सेवा की मिसाल बन गई हैं।