धर्मशाला (निस): पूर्व मुख्यमंत्री शांता कुमार ने कहा कि सवर्ण आयोग के प्रश्न पर इतना बड़ा ऐतिहासिक प्रदर्शन धर्मशला में हुआ कि सरकार को उसी समय उनकी मांग स्वीकार करनी पड़ी। ऐसा हिमाचल प्रदेश में पहले कभी नहीं हुआ था। जारी बयान में उन्होंने कहा कि इसका सबसे बड़ा कारण यह है कि देश की लगभग 80 प्रतिशत जनता जाति आधारित आरक्षण से परेशान है। समय आ गया है कि जाति आधारित आरक्षण को पूरी तरह समाप्त करके केवल आर्थिक आधार पर आरक्षण दिया जाना चाहिए। शांता कुमार ने कहा इतने लम्बे समय से आरक्षण का लाभ उठाने के बाद भी आरक्षित जातियों के गरीबों को पूरा लाभ नहीं मिला। ऐसे महत्वपूर्ण आंदोलन को शुरू होने से पहले ही वे समर्थन की घोषणा करते हैं।