शिमला, 4 अक्तूबर (निस)
प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी के हिमाचल दौरे ने राज्य में नये राजनीतिक समीकरणों की संभावना बढ़ा दी है। प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी द्वारा अटल टनल रोहतांग के लोकार्पण के मौके पर आयोजित तीन अलग-अलग समारोहों में केंद्रीय वित्त राज्यमंत्री अनुराग ठाकुर की पीठ थपथपाने और अटल टनल रोहतांग का श्रेय बार-बार पूर्व मुख्यमंत्री प्रेम कुमार धूमल को भी दिए जाने से न केवल प्रदेश में नये राजनीतिक समीकरणों के संकेत मिले हैं बल्कि प्रदेश की राजनीति में धूमल परिवार का रुतबा भी प्रधानमंत्री ने बढ़ा दिया है। हालांकि इन समारोहों में प्रधानमंत्री ने मुख्यमंत्री जयराम ठाकुर की भी तारीफ की। खासकर लोकार्पण समारोह की बेहतर तैयारियों के लिए उन्होंने जयराम की पीठ थपथपाई। ऐसे में आने वाले दिनों में हिमाचल प्रदेश में भाजपा की राजनीति जयराम ठाकुर और अनुराग ठाकुर के इर्द-गिर्द घूमने की संभावनाएं बढ़ गई हैं।
प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने अटल टनल रोहतांग के लोकार्पण के मौके पर आयोजित तीन अलग-अलग समारोहों में अनुराग ठाकुर को हिमाचल का छोकरा कहकर जहां संबोधित किया, वहीं धूमल को भी इस सुरंग का तीनों ही समारोह में श्रेय दिया। मुख्यमंत्री जयराम समर्थक हालांकि प्रधानमंत्री की अनुराग ठाकुर को लेकर की गई इस प्रशंसा को संसद में उन्हें लेकर कांग्रेस द्वारा किए गए बवाल से जोड़कर देख रहे हैं लेकिन धूमल परिवार के समर्थकों को प्रधानमंत्री द्वारा की गई तारीफ से नया जोश मिल गया है। राजनीतिक विश्लेषक भी मानते हैं कि अनुराग ठाकुर हिमाचल में भविष्य की राजनीति में महत्वपूर्ण भूमिका निभा सकते हैं और प्रधानमंत्री ने इस बात का उल्लेख अपने भाषण में भी स्पष्ट रूप से किया। ऐसे में भविष्य में अनुराग ठाकुर को हिमाचल की राजनीति में स्थापित करने के अभी से प्रयास शुरू हो गए हैं।
प्रदेश भाजपा की राजनीति में उलटफेर की उम्मीद
धूमल परिवार खासकर प्रेम कुमार धूमल, जो बीते विधानसभा चुनाव में हार के बाद राजनीतिक हाशिये पर पहुंच गए थे और उनकी हार के कारण प्रदेश में भाजपा की राजनीति में नये युग का सूत्रपात हुआ था। ऐसे में धूमल परिवार उस हार से अब बाहर निकलने की स्थिति में पहुंच गया है। यही कारण है कि चाहे धूमल समर्थक हों या फिर उनके विरोधी, वह शीघ्र ही प्रदेश भाजपा की राजनीति में बड़े उलटफेर की उम्मीद कर रहे हैं।