Tribune
PT
Subscribe To Print Edition About the Dainik Tribune Code Of Ethics Advertise with us Classifieds Download App
search-icon-img
Advertisement

शिमला में सड़क धंसने से फंसी बस, गड्ढे में गिरी छात्रा

डीसी ने फोरलेन निर्माण कार्य पर लगाई रोक, जांच के आदेश

  • fb
  • twitter
  • whatsapp
  • whatsapp
Advertisement
शिमला के भट्टाकुफर चौक पर शनिवार सुबह उस वक्त एक बड़ा हादसा टल गया, जब अचानक सड़क धंसने से एचआरटीसी की एक बस का अगला टायर गड्ढे में समा गया। बस में चढ़ रही आठवीं कक्षा की छात्रा उसी गड्ढे में गिर गई। गनीमत रही कि मौके पर मौजूद लोगों ने तुरंत बच्ची को रस्सी की मदद से सुरक्षित बाहर निकाल लिया। इस घटना ने क्षेत्र में फोरलेन निर्माण एवं टनलिंग कार्य की गुणवत्ता पर सवाल खड़े कर दिए हैं।उपायुक्त अनुपम कश्यप और एसपी संजीव कुमार गांधी ने स्थिति का जायजा लिया। डीसी ने बताया कि जिस स्थान पर यह हादसा हुआ है, उसके पास ही फोरलेन टनल का निर्माण कार्य चल रहा है और प्राथमिक दृष्टि में टनलिंग का प्रभाव सड़क धंसने की वजह माना जा रहा है।

डीसी ने अतिरिक्त जिला दंडाधिकारी कानून एवं व्यवस्था और अतिरिक्त पुलिस अधीक्षक को संयुक्त तौर पर टनलिंग कार्य की विस्तृत रिपोर्ट तैयार करने के निर्देश दिए हैं। जिला प्रशासन ने घटना को संभावित आपदा बताते हुए राज्य आपदा प्रबंधन प्राधिकरण को जानकारी भेज दी है।

Advertisement

निरीक्षण के दौरान स्थानीय लोगों ने अधिकारियों को बताया कि पिछले कुछ दिनों से उनके घरों में दरारें आनी शुरू हो गई हैं। प्रशासन ने प्रभावित मकानों का निरीक्षण किया, जिनमें स्पष्ट रूप से दरारें पाई गईं। उपयुक्त ने कहा कि सुरक्षा सर्वोपरि है और किसी भी हालत में लोगों की जानमाल से खिलवाड़ नहीं होने दिया जाएगा। इसी को देखते हुए फोरलेन निर्माण कार्य कर रही कंपनी को आगामी आदेशों तक काम रोकने के निर्देश दिए गए हैं।

Advertisement

पार्षद नरेंद्र ठाकुर ने कहा कि भट्टाकुफर में एनएचएआई की टनलिंग के कारण सड़क धंसना कोई नई बात नहीं है। इससे पहले भी टनलिंग की वजह से एक स्थानीय महिला का मकान गिर चुका है, जिसके लिए पांच करोड़ रुपये मुआवजे की बात कही गई थी, लेकिन आज तक मुआवजा नहीं मिला। उन्होंने चेतावनी दी कि अगर गुणवत्ता में सुधार नहीं हुआ तो बड़ा हादसा हो सकता है।

Advertisement
×