प्रेम राज काश्यप/निस
रामपुर बुशहर, 5 जुलाई
उत्तर भारत की सबसे कठिन एवं दुर्गम श्रीखण्ड महादेव यात्रा के दौरान ग्लेशियर में फिसलने के चलते बुरी तरह से चोटिल हुए एक युवक को 48 घण्टे के कड़े रेस्क्यू आपरेशन के बाद टीम ने सकुशल चिकित्सालय पहुंचाया। उल्लेखनीय है कि गत् दिवस 6 युवक ज्यूरी, गांनवी , फांचा मार्ग से होते हुए चोरी-छिपे सरकार द्वारा प्रतिबंधित श्रीखण्ड यात्रा पर निकले थे। करीब 18 हजार फुट की ऊंचाई पर स्थित श्रीखण्ड महादेव यात्रा के आखिरी पड़ाव पर ग्लेशियर में फिसलने के कारण पैर फ्रेक्चर होने के बाद एक युवक को उसके अन्य पांच साथी ग्लेशियर पर ही छोड़ गए।
इस बीच ऊक्त पांचों युवकों ने इस घटना की सूचना किसी को नहीं दी। माइनस डिग्री ठंड में चोटिल युवक की खुशकिस्मती कहें या ‘भोलेनाथ की कृपा’ कि एक अन्य दल जो श्रीखंड महादेव की यात्रा कर उधर से लौट रहा था, की नज़र इस बेबस युवक पर पड़ी। उन्होंने एक घण्टे की कड़ी मशक्कत के बाद इस युवक को ग्लेशियर से निकाल कर सुरक्षित स्थान पर पहुँचाया और उसे जरूरी दवायें और खाने का सामान दिया तथा उन्होंने इस बीच इस कि सूचना प्रशासन को भी दी। सूचना मिलते ही प्रशासन की ओर से एक रेस्क्यू दल भेजा गया जो अगले दिन सुबह तक चोटिल हुए इस युवक तक पहुँच पाया। टीम ने करीब 48 घण्टे की कड़ी मेहनत के बाद इस चोटिल युवक को अस्पताल पहुंचाया।