BJP का आरोप, CM सुक्खू ने अपने मित्रों को लगाया निगमों और बोर्डों में अध्यक्ष व उपाध्यक्ष
Himachal News: हिमाचल प्रदेश भाजपा प्रवक्ता व किसान नेता संदीपनी भारद्वाज ने कहा है कि मुख्यमंत्री सुखविंदर सिंह सुक्खू ने निगमों और बोर्डों को चलाने के लिए नहीं बल्कि उनमें घोटाले करने के लिए अपने मित्रों को अध्यक्ष और उपाध्यक्ष लगाया है। संदीपनी भारद्वाज ने बुधवार को शिमला में एक पत्रकार वार्ता में आरोप लगाया कि शिमला जिले में स्थित पराला फल व सब्जी मंडी में सीए स्टोर और एपीएमसी शिमला-किन्नौर में दुकानों के आवंटन में बड़े पैमाने पर भ्रष्टाचार हुआ है।
भाजपा प्रवक्ता ने कहा कि प्रदेश सरकार ने पारला फल व सब्जी मंडी में 100 करोड रुपए के सीए स्टोर को महज 3.36 करोड रुपए की सालाना लीज पर लुधियाना की एक फर्म को दे दिया है। उन्होंने कहा कि इस का स्टोर का लीज मनी 3.35 करोड़ सालाना रखा गया था और इसे महज एक लाख ऊपर की बोली पर ही लीज पर दे दिया गया जबकि इस सीए स्टोर की 1 साल का लीज मनी कम से कम 10 करोड़ बनती है। उन्होंने कहा कि इस लीज डील में करोड़ों रुपए का भ्रष्टाचार हुआ है। उन्होंने आरोप लगाया कि यह सारा घोटाला मुख्यमंत्री कार्यालय की देखरेख में हुआ है।
भाजपा प्रवक्ता ने यह भी पूछा कि क्या सरकार ने पारला मंडी स्थित पूरे सीए स्टोर को लीज पर दे दिया है ? उन्होंने कहा कि सरकार ऐसा नहीं कर सकती क्योंकि इस सीए स्टोर की शर्तों के मुताबिक इसमें बागवानों का भी हिस्सा है। इसी तर्ज पर एपीएमसी की शिलारू स्थित फल व सब्जी मंडी में दुकान नंबर 37 एपीएमसी के सचिव द्वारा अपने ही एक रिश्तेदार को 4600 रुपये प्रति माह के किराए पर दे दी गई। जबकि इससे पहले यही दुकान 20,000 रुपये हर महीने के किराए पर दी गई थी।
उन्होंने कहा कि एपीएमसी में घोटाला यहीं खत्म नहीं हुआ बल्कि शिमला के टूटू स्थित फल व सब्जी मंडी में 8057 रुपए के बेस प्राइस के मुकाबले महज 9700 रुपये महीने के किराए पर दुकानों का आवंटन कर दिया गया जबकि यह दुकानें भी इससे पहले कई गुना अधिक किराए पर दी गई थी।
भाजपा प्रवक्ता ने प्रदेश सरकार से मांग की है कि एपीएमसी में दुकानों के आवंटन के टेंडर को तत्काल प्रभाव से रद्द किया जाए और नए सिरे से पारदर्शी ढंग से इन दुकानों का आवंटन हो ताकि एपीएमसी को चुना न लगे। उन्होंने प्रदेश सरकार से एपीएमसी में हुए इस भ्रष्टाचार के सभी मामलों में तुरंत एफआईआर दर्ज करने की मांग की। संदीपनी भारद्वाज ने कहा कि जब सरकार आपदा पीड़ितों द्वारा मंत्री के सामने विरोध जताने पर मुकदमे दर्ज कर सकती है तो फिर घोटाला करने वालों पर क्यों एफआईआर दर्ज नहीं की जा सकती। उन्होंने कहा कि सुक्खू सरकार में भाई भतीजावाद चरम पर है और सरकार ने घोटाले करने में कोई कोर कसर नहीं छोड़ी है।
भाजपा प्रवक्ता ने कहा कि प्रदेश में सेब सीजन पूरे यौवन पर है लेकिन अभी तक सरकार के कलेक्शन सेंटर्स ने काम करना शुरू नहीं किया है और बागवानों को अपना सेब महज 5 रुपये प्रति किलो बेचना पड़ रहा है। उन्होंने यह भी कहा कि सुखविंदर सिंह सुक्खू का मुख्यमंत्री बनाना हिमाचल के लिए शुभ नहीं रहा है क्योंकि जब से वह मुख्यमंत्री बने हैं, तभी से प्रदेश पर एक के बाद एक आपदा आ रही है।