शिमला, 25 अप्रैल (निस)
हिमाचल प्रदेश में मिशन रिपीट को कामयाब बनाने के लिए भाजपा एंटी इन्कमबेंसी को खत्म करने के फार्मूले पर काम कर रही है। एंटी इन्कमबेंसी को खत्म करने के फार्मूले के तहत पार्टी नए चेहरों को चुनावी समर में उतारेगी। भाजपा के राष्ट्रीय अध्यक्ष जेपी नड्डा के शिमला व कांगड़ा प्रवास के दौरान नेताओं के साथ हुई बैठकों व शिमला में मीडिया कर्मियों के साथ हुई बातचीत से यही संकेत मिले हैं।
कांगड़ा प्रवास के दूसरे दिन जेपी नड्डा ने कांगड़ा-चंबा संसदीय क्षेत्र के पदाधिकारियों के अलावा 2017 में भाजपा टिकट पर चुनाव लड़ चुके उम्मीदवारों से भी चर्चा की। मालूम हुआ है कि नड्डा ने साफ कहा है कि टिकट किसी का पक्का नहीं है। पार्टी सर्वे के आधार पर चुनाव जीतने की क्षमता रखने वाले नेताओं को ही विधानसभा चुनाव में उम्मीदवार बनाएगी। जेपी नड्डा ने कार्यकर्ताओं व नेताओं को केंद्र व प्रदेश सरकार की उपलब्धियों को लेकर लोगों के बीच जाने को भी कहा। इससे पहले शिमला प्रवास के दौरान जेपी नड्डा ने साफ कहा था कि पार्टी 15 से 20 फीसद टिकट बदल सकती है। जाहिर है कि पार्टी सर्वे करवाने के बाद ऐसे नेताओं जिनके खिलाफ एंटी इन्कमबेंसी है के टिकट बदल सकती है।
हिमाचल जेपी नड्डा का गृह प्रदेश है। 4 राज्यों में पार्टी की सरकारों के रिपीट होने का सेहरा नड्डा के सिर बंधा है। यही वजह है कि हिमाचल में मिशन रिपीट जेपी नड्डा की प्रतिष्ठा से जुड़ा हुआ है। मिशन रिपीट को कामयाब बनाने के लिए एंटी इन्कमबेंसी खत्म करना अहम है। साथ ही विधायकों व मंत्रियों का रिपोर्ट कार्ड भी टिकट आबंटन में अहम भूमिका निभाने वाला है। ।