पर्यटन निगम के होटल निजी हाथों में देने के फैसले से बाली नाराज़!
ज्ञान ठाकुर/हप्र
शिमला, 11 जुलाई
पर्यटन राज्य हिमाचल के पर्यटन विकास निगम के होटल को निजी क्षेत्र को सौंपने के सुक्खू सरकार के फैसले पर निगम अध्यक्ष आर एस बाली ने आंखें तरेर ली हैं। बाली ने शुक्रवार को शिमला में एक पत्रकार वार्ता में कहा कि सरकार ने पर्यटन विकास निगम को विश्वास में लिए बिना ही उसके होटलों को निजी हाथों में सौंपने का फैसला ले लिया है जो सही नहीं है क्योंकि निगम इन होटल को चलाने और इन्हें घाटे से बाहर लाने में सक्षम है। उन्होंने सरकार व सीएम सुक्खू से इस फैसले पर पुनर्विचार करने की मांग की। बाली ने कहा कि निगम के 56 होटल हैं। इन तमाम होटलों की मरम्मत व नवीकरण की दरकार है। एडीबी के प्रस्तावित प्रोजेक्ट से मरम्मत व नवीकरण के लिए धन मिलने की स्थिति में निगम सालाना 200 करोड़ तक का राजस्व जुटा सकता है। लिहाजा सरकार को 14 होटलों को निजी हाथों में सौंपने के फैसले पर दोबारा विचार करना चाहिए।
आरएस बाली ने स्पष्ट किया कि इन होटलों को ऑपरेशन एंड मेंटेनेंस आधार पर निजी हाथों में देने का कोई औपचारिक प्रस्ताव एचपीटीडीसी की ओर से सरकार को नहीं भेजा गया था। उन्होंने कहा कि कैबिनेट को फैसले से पहले होटलों की पूरी जानकारी नहीं दी गई और निर्णय जल्दबाज़ी में लिया गया। बाली ने बताया कि उनके कार्यकाल में एचपीटीडीसी का वार्षिक राजस्व 78 करोड़ से बढ़कर 109 करोड़ रुपये तक पहुंच गया है और पहली बार निगम ने 100 करोड़ रुपये का आंकड़ा पार किया है। उन्होंने यह भी बताया कि पिछले ढाई वर्षों में निगम ने बिना किसी सरकारी अनुदान के अपने संसाधनों से कार्य किया है और 40 करोड़ रुपये की पुरानी देनदारी भी चुका दी है।
उन्होंने कहा कि निगम सरकार के आदेशों का पालन करेगा लेकिन अगर उसे समय और वित्तीय सहयोग दिया जाए तो वह इन होटलों को खुद भी सफलतापूर्वक चला सकता है।