योगराज भाटिया/निस
बीबीएन 29 जुलाई
बददी-चंडीगढ़ रेलवे लाइन का लंबे अर्से बाद हुआ भूमि पूजन समारोह पहले ही दिन खटाई में पड़ गया। उत्तर रेलवे ने आज बद्दी के निकट शीतलपुर में रेलवे लाइन के पिल्लर लगाने के बाद भूमि पूजन रखा था। जैसे ही किसानों को इसकी भनक लगी तो उन्होंने वहां पर हंगामा करना शुरु कर दिया और भूमि पूजन में खलल डाल दिया। नगर परिषद बद्दी के वाईस चेयरमैन मान सिंह मेहता, पार्षद आज्ञाराम ठाकुर, दिनेश कौशल व गोपाल ठाकुर ने कहा कि हमें पूरे भारत में अधिग्रहण से जो मुआवजा मिलता है उससे सबसे कम मुआवजा मिला है। पहले नैगोशिएशन में हमें 67 लाख रुपये प्रति बीघा का आश्वासन दिया था जिसको बाद में 37 लाख कर दिया गया। उन्होंने बताया कि हमनें एसडीएम नालागढ़ को वहां हुई उच्च रेट की रजिस्ट्रयां प्रस्तुत की लेकिन उन्होंने निम्न स्तर की 10 रजिट्रियों को आधार बनाकर सर्कल रेट ही कम करने की अनुशंसा कर दी और कई किसानों का हक मार दिया। दिनेश कौशल ने कहा रेलवे ने जो जमीन अधिग्रहण की थी उससे ज्यादा जमीन ले ली और उसका मुआवजा नहीं दिया। किसानों ने आरोप लगाया कि भू अधिग्रहण एवं सक्षम अधिकारी ने उनका पक्ष ही सही तरीके से नहीं रखा।
2019 से तय हुए रेट वही दिए : एसडीएम
इस विषय में एस.डी.एम नालागढ़ महेंद्र पाल गुर्जर ने किसानों के सारे आरोपों को निराधार बताते हुए कहा कि यह सब सर्कल रेट 2019 का है जो कि उनके आने से पहले के हैं। जिन किसानों की जितनी जमीन ली गई उनको उतना मुआवजा दिया जा चुका है। अगर किसी की फालतू जमीन ली गई है तो उसका अलग से मुआवजा दिया जाएगा जिसकी शिकायत वह उनके कार्यालय में कभी भी कर सकता है। अतिरिक्त जमीन की अधिग्रहण की अधिसूचना अलग से होती है। उन्होने कहा कि कुछ लोग किसानों को गुमराह कर रहे है जबकि हकीकत कुछ और है। उन्होने कहा कि रेलवे पूरी मुस्तैदी से काम करता है।