तंबाकू निषेध दिवस पर स्कूलों और संस्थानों में जागरूकता की गूंज
बीबीएन, 31 मई (निस)
गीतांजलि स्मार्ट स्कूल, नालागढ़ में विश्व तंबाकू निषेध दिवस पर विविध गतिविधियों का आयोजन किया गया। नर्सरी से नवमी कक्षा तक के विद्यार्थियों ने स्लोगन लेखन और पोस्टर निर्माण में भाग लिया। विभिन्न वर्गों में अनुष, हैतविक, रिद्धिमा, विहान, पल्लवी, आराध्या, यशिका, अनन्या, अदिति और कृतिका समेत कई विद्यार्थियों ने प्रथम, द्वितीय और तृतीय स्थान प्राप्त किए। कार्यक्रम के दौरान स्कूल की प्रधानाचार्य गीतांजलि सचदेवा ने बच्चों को तंबाकू और धूम्रपान से दूर रहने की प्रेरणा दी। प्रार्थना सभा में आशा वर्कर निशा और प्रियका की मौजूदगी में विद्यार्थियों ने नशा मुक्ति की शपथ ली।
रामपुर बुशहर (हप्र):
राजकीय वरिष्ठ माध्यमिक विद्यालय रामपुर बुशहर में तंबाकू निषेध दिवस के अवसर पर नशा मुक्ति जागरूकता कार्यक्रम आयोजित किया गया। कार्यक्रम में सचिव एवं वरिष्ठ सिविल जज जितेंद्र कुमार ने छात्रों को तंबाकू और नशीली दवाओं के दुष्प्रभावों से अवगत कराया। उन्होंने भारतीय संविधान, मौलिक कर्तव्यों, मुफ्त कानूनी सहायता और नालसा की टोल फ्री हेल्पलाइन 15100 के बारे में भी जानकारी दी। डॉ. हिमानी ठाकुर, कौशल्या शर्मा, कांता गौतम और एएसआई लाल चंद ने भी कार्यक्रम में सहभागिता निभाई। कार्यक्रम में 640 छात्र-छात्राओं और शिक्षकों ने भाग लिया। इसका उद्देश्य युवाओं को नशे से दूर रखने और स्वस्थ जीवन के लिए प्रेरित करना रहा।
सोलन (निस) :
सोलन के सीनियर सेकंडरी स्कूल भोज आंजी में विश्व तंबाकू निषेध दिवस पर जिला ज्ञान विज्ञान समिति के सहयोग से नशा मुक्ति जागरूकता कार्यक्रम आयोजित हुआ। डॉ. बीएस पंवार और प्रो. टी.डी. वर्मा ने छात्रों को नशे के दुष्प्रभावों पर जागरूक किया। प्रिंसिपल ललित कुमार ने नशे को सामाजिक धब्बा बताते हुए सभी को इससे दूर रहने का आह्वान किया। चित्रकला में वंशिका, आरूषी और नारा लेखन में दिव्यांश, अनन्या, अनुराग विजेता रहे। प्रतिभागियों को सम्मानित किया गया। कार्यक्रम में स्कूल स्टाफ के साथ समिति के सदस्य भी उपस्थित रहे।
चंबा (निस) :
एंटी नारकोटिक्स टास्क फोर्स (एएनटीएफ) कांगड़ा ने नो टोबेको दिवस पर बट्ट आईटीआई बोंखरी मोड़ में जागरूकता शिविर का आयोजन किया। एएनटीएफ के निरीक्षक शीश पाल और उप निरीक्षक सुनील पटियाल ने प्रशिक्षुओं को तंबाकू और अन्य नशों के दुष्प्रभावों से अवगत करवाया। उन्होंने बताया कि तंबाकू सेवन हृदय रोग, फेफड़ों की बीमारियों, टाइप 2 मधुमेह और कई प्रकार के कैंसर का कारण बनता है। धूम्रपान करने वालों में मधुमेह का खतरा 30 से 40 प्रतिशत अधिक होता है। शराब, चरस और चिट्टे जैसे नशों के खतरों पर भी विस्तार से चर्चा की गई। साथ ही, ‘ड्रग फ्री हिमाचल’ मोबाइल एप के बारे में जानकारी दी, जिससे नशीली वस्तुओं की खरीद-फरोख्त की सूचना गुप्त रूप से दी जा सकती है। इस मौके पर बट्ट ग्रुप ऑफ इंस्टिट्यूट्स के चेयरमैन परवेज अली बट्ट, आईटीआई के उप प्रधानाचार्य मनीष बकारिया और अन्य स्टाफ सदस्य व प्रशिक्षु मौजूद थे।