भांग की खेती पर पायलट अध्ययन को मंजूरी : प्रो. चन्द्र कुमार
कृषि एवं पशुपालन मंत्री प्रो. चन्द्र कुमार ने आज धर्मशाला स्थित भू-संरक्षण अधिकारी कार्यालय के सभागार में प्रदेश में भांग की खेती और फसलों मेें स्टंट रोग के विषय में अधिकारियों और कृषि विशेषज्ञों के साथ समीक्षा बैठक की । उन्होंने बताया कि मुख्यमंत्री सुखविंदर सिंह सुक्खू के नेतृत्व में समाज के समस्त वर्गों एवं किसानों को सशक्त बनाने के उद्देश्य से प्रदेश सरकार द्वारा कई योजनाएं संचालित की जा रही हैं। इस अवसर पर कृषि मंत्री ने अधिकारियों और कृषि विशेषज्ञों को कहा कि सरकार की जनकल्याणकारी योजनाओं तथा कृषि उत्पादन को बढ़ाने एवं कीटों से बचाव की जानकारी किसानों तक पहुंचाना सुनिश्चित करें। उन्होंने भांग की खेती के बारे में उपस्थित अधिकारियों के साथ विभिन्न पहलुओं पर विचार-विमर्श किया।
उन्होंने कहा कि भांग की खेती पर एक पायलट अध्ययन को मंजूरी दी गई है। यह अध्ययन भांग की खेती के विषय में भविष्य की रूपरेखा का मूल्यांकन और सिफारिश करेगा। उन्होंने कहा कि प्रदेश में भांग की खेती को कानूनी तौर पर आरंभ करने को लेकर नियम निर्धारित किए जा रहे हैं। इन नियमों पर मंत्रिमंडल की बैठक में चर्चा कर मंजूरी देना प्रस्तावित है।
इस अवसर पर चौधरी सरवन कुमार कृषि विश्वविद्यालय पालमपुर के प्रमुख वैज्ञानिक डाॅ. राजन कटोच ने भांग की खेती और उसके लाभों तथा इसके कानूनी पहलुओं बारे जानकारी दी।
उन्होंने बताया कि भांग के पौधे के सभी भाग किसी न किसी रूप में प्रयोग में लाए जा सकते हैं। इस अवसर पर डाॅ. अजय कुमार सूूद ने प्रदेश में विभिन्न स्थानों पर फसलों में फाॅल आर्मी वर्म कीट के प्रसार बारे जानकारी दी। डाॅ. सुमन कुमार ने वाईटहेड प्लांट हॉपर कीट के फैलाव तथा उसके रोकथाम पर जानकारी दी। कार्यक्रम के दौरान कृषि एवं पशुपालन मंत्री प्रो. चंद्र कुमार को संयुक्त कृषि निदेशक डाॅ. राहुल कटोच ने शाॅल, टोपी तथा स्मृति चिन्ह देकर सम्मानित किया।