कपिल बस्सी
हमीरपुर, 30 अक्तूबर
भाजपा के वरिष्ठ नेता एवं पूर्व मुख्यमंत्री प्रेम कुमार धूमल ने बयान जारी कर कहा कि सर्जिकल स्ट्राइक और एयर स्ट्राइक के सबूत मांगने वालों को पाकिस्तान की संसद से सीधे सबूत आए हैं। उन्होंने कहा कि सबूत मांगने वालों को देश की जनता से माफी मांगनी चाहिए। उन्होंने कहा कि बालाकोट एयर स्ट्राइक और विंग कमांडर अभिनंदन की रिहाई से पहले पाकिस्तान के विदेश मंत्री और सेना प्रमुख के अंदर भारत से दशहत की बात उजागर होने के बाद सीधे तौर पर राहुल गांधी व विपक्षी दलों के नेताओं को कठघरे में खड़ा कर दिया। धूमल ने कहा कि पाकिस्तानी नेताओं की स्वीकारोक्ति के बाद कांग्रेस में चुप्पी है। उन्होंने आरोप लगाया कि कांग्रेस सदैव अपने देश के खिलाफ और सशस्त्र बलों को कमजोर करने की मुहिम में लगी रहती है। पिछले दिनों पाकिस्तान की संसद में पूर्व विदेश मंत्री ख्वाजा मोहम्मद आसिफ ने स्वीकार किया कि विंग कमांडर अभिनंदन की रिहाई का असली कारण भारत का खौफ था। पाकिस्तान संसद के पूर्व स्पीकर अयाज सादिक ने तो यहां तक कहा कि अभिनंदन की रिहाई को लेकर हुई बैठक में विदेश मंत्री एमएस कुरैशी और सेना प्रमुख जनरल कमर जावेद बाजवा के पैर कांप रहे थे और पसीना आ रहा था। उनके अनुसार, विदेश मंत्री कुरैशी ने कहा था, ‘अल्लाह के वास्ते इसको (अभिनंदन) वापस जाने दो, क्योंकि रात नौ बजे भारत पाकिस्तान पर हमला कर देगा।’ वहीं, प्रधानमंत्री इमरान खान बैठक में आने की हिम्मत ही नहीं जुटा पाए थे। उन्होंने कहा कि कांग्रेसियों के अतिरिक्त विपक्षी दलों के नेताओं ने प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी के ऊपर इस मुद्दे को लेकर बयानवाजी की जो कि असहनीय थी, जबकि अब पाकिस्तान से ही सच्चाई सामने आ रही है और 56 इंच सीने का प्रभाव साबित हो गया है। उन्होंने कहा कि प्रधानमंत्री मोदी ने लोकसभा चुनावों के समय जो वायदे किए थे, उनको एक-एक करके पूरा किया जा रहा है। उन्होंने इसका उदाहरण देते हुए कहा कि कश्मीर से अनुच्छेद 370 हटाना तथा अयोध्या का मसला हल करना, तीन तलाक, कृषि विधेयक इसके अतिरिक्त कई अन्य निर्णय लिए गए हैं। इसके लिए प्रधानमंत्री मोदी तथा पार्टी क आला नेता बधाई के पात्र हैं।