पौंग बांध पर अलर्ट, कई परियोजनाएं खतरे में
हिमाचल प्रदेश में लगातार हो रही बारिश ने धर्मशाला और कांगड़ा जिलों में तबाही के हालात पैदा कर दिए हैं। ब्यास नदी पर बने पौंग बांध का जलस्तर शुक्रवार को 1394.71 फीट दर्ज हुआ, जो खतरे के निशान से 4.71 फीट ऊपर है। प्रशासन ने हालात पर नज़र रखते हुए नियंत्रित रूप से पानी छोड़ा है और निचले इलाकों में रहने वाले लोगों को सतर्क रहने की चेतावनी दी है। तेज बारिश से जल शक्ति विभाग को धर्मशाला, कांगड़ा और चंबा में भारी नुकसान हुआ है। विभाग की 1,544 योजनाओं में से 1,244 प्रभावित हुईं, जिससे 387 करोड़ रुपये की क्षति का अनुमान है। इनमें से ज्यादातर जलापूर्ति योजनाएँ हैं। अधिकारियों ने बताया कि अस्थायी बहाली का काम युद्धस्तर पर जारी है, लेकिन स्थायी समाधान में समय लगेगा। उधर, कांगड़ा का गग्गल हवाई अड्डा भी खतरे की जद में है। भूस्खलन से रनवे की चारदीवारी का हिस्सा ध्वस्त हो गया और कई खंभे गिर गए हैं। हवाई अड्डा निदेशक धीरेंद्र सिंह ने चेतावनी दी कि यदि पहाड़ी को स्थिर करने के कदम नहीं उठाए गए तो हवाई अड्डे की संरचना को भारी नुकसान हो सकता है। इस बीच, पालमपुर स्थित विवेकानंद मेडिकल इंस्टिट्यूट ने आपदा राहत कोष में 5.21 लाख रुपये का योगदान कर प्रभावित परिवारों के साथ खड़े होने का संदेश दिया है।