Tribune
PT
Subscribe To Print Edition About the Dainik Tribune Code Of Ethics Advertise with us Classifieds Download App
search-icon-img
Advertisement

चुनाव के बाद कंगना रणौत को बोरिया बिस्तर समेट कर मुंबई लौटना पड़ेगा

रामपुर बुशहर में कांग्रेस प्रत्याशी विक्रमादित्य बोले

  • fb
  • twitter
  • whatsapp
  • whatsapp
featured-img featured-img
रामपुर बुशहर में रविवार को चुनाव प्रचार के दौरान कांग्रेस प्रत्याशी विक्रमादित्य का स्वागत करते कार्यकर्ता। -निस
Advertisement

प्रेम राज काश्यप/निस

रामपुर बुशहर, 14 अप्रैल

Advertisement

मंडी लोकसभा सीट से कांग्रेस प्रत्याशी विक्रमादित्य सिंह ने रविवार को रामपुर बुशहर स्थित अपने राज महल ‘पदम पैलेस’ के प्रांगण से चुनाव प्रचार का शुभारंभ किया। मंडी संसदीय क्षेत्र से कांग्रेस प्रत्याशी बनकर पहली बार रामपुर बुशहर पहुंचने पर लोगों ने ढोल नगाड़ों के साथ स्वागत किया। कार्यकर्ताओं को संबोधित करते हुए विक्रमादित्य सिंह ने मंडी से भाजपा प्रत्याशी कंगना रणौत पर जोरदार हमला किया।

Advertisement

उन्होंने कहा कि कंगना को चुनाव के बाद अपना बोरिया बिस्तर समेट कर मुंबई लौटना पड़ेगा, क्योंकि मंडी संसदीय क्षेत्र की जनता सब जानती है कि उनका हितैषी कौन है। उन्होंने कंगना को सलाह दी है कि वे कोई भी बयानबाजी करने से पहले सही जानकारी प्राप्त कर लें अन्यथा वे लोगों के बीच हंसी का पात्र बनती रहेंगी। उन्होंने कंगना के राजा के पुत्र वाले बयान पर कहा कि उनके पिता स्वर्गीय राजा वीरभद्र सिंह प्रदेश के लाखों लोगों के दिलों के राजा थे और वे उन्हीं राजा के पुत्र हैं। उन्होंने बताया कि उनके पिता राजा वीरभद्र सिंह 6 बार हिमाचल के मुख्यमंत्री तीन बार मंडी के सांसद व दो बार महासू से सांसद व तीन बार केंद्रीय मंत्री रह चुके हैं। उनकी माता प्रतिभा सिंह दो बार मंडी संसदीय क्षेत्र से बतौर सांसद नेतृत्व कर चुकी हूं। उन्होंने कहा कि पूरे मंडी संसदीय क्षेत्र के लोग उनका परिवार है और मंडी संसदीय क्षेत्र के लोगों के आशीर्वाद से ही वे अपने माता पिता की इस विरासत को आगे ले जाएंगे तथा मंडी संसदीय क्षेत्र के लोगों की जीजान से सेवा करेंगे तथा हर सुख-दुख में उनके साथ कंधे से कंधा मिलाकर खड़े रहेंगे। उन्होंने कहा कि आज भाजपा नेताओं के द्वारा कांग्रेस पार्टी को हिंदुत्व विरोधी बताने का प्रोपेगेंडा चलाया जा रहा है। उन्होंने कहा कि वे साफ कर देना चाहते हैं कि हिमाचल प्रदेश में धर्मांतरण विरोधी कानून पूर्व मुख्यमंत्री स्वर्गीय वीरभद्र सिंह के समय में लाया गया था। देवताओं के नजराना बढ़ाने की बात हो या देव सदन बनाने की पूर्व मुख्यमंत्री वीरभद्र सिंह ने हमेशा हिंदुत्व को आगे बढ़ाने का काम किया है।

Advertisement
×