ज्ञान ठाकुर/निस
शिमला, 2 नवंबर
कोरोना महामारी के कारण लगभग 8 महीनों से बंद हिमाचल प्रदेश के स्कूलों में आज से फिर रौनक लौट आई है। पहले चरण में आज 9वीं से 12वीं कक्षा तक के स्कूल और कॉलेज सरकार ने खोल दिए हैं। हालांकि स्कूल और कॉलेज खुलने के पहले दिन नाममात्र बच्चे ही स्कूल पहुंचे। स्कूलों और कॉलेजों में विद्यार्थियों की हाजरी को जरूरी नहीं किया गया है और जो बच्चे स्कूल नहीं आना चाहते हैं उन्हें इसकी छूट दी गई है तथा ऑनलाइन पढ़ाई जारी रखने के लिए स्कूलों को निर्देश दिए गए हैं। स्कूल आने के लिए विद्यार्थियों को अपने अभिभावकों की लिखित मंजूरी को अनिवार्य बनाया गया है। सभी स्कूलों और कॉलेजों में विद्यार्थियों को अपने अभिभावकों की लिखित मंजूरी को अनिवार्य बनाया गया है। सभी स्कूलों और कॉलेजों में विद्यार्थियों को कोरोना महामारी से बचाने के लिए व्यापक प्रबंध किए गए हैं।
राजधानी शिमला स्थित राजकीय कन्या आदर्श वरिष्ठ माध्यमिक स्कूल पोर्टमोर में स्कूल खुलने के पहले दिन आज केवल 35 छात्राएं ही स्कूल पहुंची। इस स्कूल में इस समय 1,232 लड़कियां पढ़ाई कर रही है। स्कूल प्रधानाचार्य नरेंद्र सूद ने बताया कि स्कूल में बच्चों को कोरोना महामारी से बचाव के पूरे इंतजाम किए गए हैं। उन्होंने ये भी कहा कि यदि अच्छी संख्या में लड़कियां स्कूल पहुंचती हैं तो दो शिफ्टों में कक्षाएं लगाने की रणनीति भी बनाई गई है। लगभग 8 महीने बाद स्कूल पहुंची छात्राओं और शिक्षकों ने स्कूल खुलने पर खुशी जाहिर करते हुए उम्मीद जताई कि आने वाले दिनों में स्कूल अने वाली छात्राओं की संख्या बढ़ेगी।
उधर सिरमौर जिला मुख्यालय नाहन स्थित राजकीय वरिष्ठ माध्यमिक कन्या पाठशाला में भी स्कूल खुलने के साथ ही रौनक लौट आई है। स्कूल पहुंची छात्राओं ने फिर से स्कूल खुलने पर खुशी जताई और कहा कि नियमित कक्षाएं शुरू होने से ऑनलाईन पढ़ाई से आ रही मुश्किलों से राहत मिलेगी। स्कूल प्रधानाचार्य मीरा बंसल ने कहा कि स्कूल में कोरोना महामारी से बचाव के लिए निर्धारित एसओपी कड़ाई से पालन किया जा रहा है।