ज्ञान ठाकुर/निस
शिमला, 24 फरवरी
मुख्यमंत्री जयराम ठाकुर ने कहा है कि ऊना के बाथड़ी औद्योगिक क्षेत्र में अवैध पटाखा फैक्टरी विस्फोट मामले के किसी भी दोषी को बख्शा नहीं जाएगा। उन्होंने विधानसभा में एक विशेष वक्तव्य के माध्यम से कहा कि सरकार ने इस मामले में मंडलायुक्त जांच के आदेश दे दिए हैं और मंडलायुक्त सात दिन के भीतर सरकार को मामले की विस्तृत रिपोर्ट सौंप देंगे। मुख्यमंत्री ने विपक्ष को आश्वासन दिया कि सरकार इस मामले में कुछ भी गलत नहीं होने देगी। उन्होंने कहा कि इतनी बड़ी मात्रा में बिना किसी अनुमति के प्रदेश की सीमा के भीतर आ जाना और अवैध पटाखा फैक्टरी चलना चिंता का विषय है। उन्होंने कहा कि अगर इस मामले में दोषियों की संपत्ति कुर्क करने की जरूरत पड़ी तो सरकार ऐसा कदम भी उठाएगी। उन्होंने कहा कि बिना अनुमति के पटाखा फैक्टरी के लिए जिम्मेदार लोगों के खिलाफ भी कड़ी कार्रवाई होगी।
नेता प्रतिपक्ष मुकेश अग्निहोत्री ने इस मामले को दुखद बताते हुए कहा कि यह बहुत संवेदनशील मामला है और इसकी गूंज प्रधानमंत्री कार्यालय तक गई है। उन्होंने मुख्यमंत्री से यह पता लगाने की मांग की कि यह अवैध कारखाना कैसे लगा। उन्होंने कहा कि जयगुरू नामक इस कारखाने को वर्ष 2019 में सिंगल विंडो के माध्यम से स्वीकृति मिली है। उन्होंने यह भी जानना चाहा कि जब यह कारखाना लगा तो उद्योग और श्रम विभाग के लोग क्या कर रहे थे तथा पुलिस और सीआईडी को 250 किलो विस्फोटक इस कारखाने में पहुंच जाने का क्यों पता नहीं चला। अग्निहोत्री ने कहा कि यह कारखाना बिना मिलीभगत के नहीं चल सकता। उन्होंने कहा कि इस घटना के लिए दोषियों के खिलाफ एक्सप्लोसिव एक्ट के तहत मामला दर्ज करने और दोषियों की संपत्तियां कुर्क करने की मांग की, ताकि अन्य लोगों को कड़ा संदेश जा सके। उन्होंने इस मामले में वांछित रंगीलू नामक व्यक्ति को भी तुरंत गिरफ्तार करने की मांग की। उन्होंने इस सारे मामले के लिए उद्योग विभाग को जिम्मेदार ठहराया।
इस मुद्दे पर माकपा के राकेश सिंघा ने कहा कि प्रदेश में निवेश का स्वागत है, लेकिन यह निवेश लाशें लाने वाला नहीं होना चाहिए। उन्होंने कहा कि ऊना में जिस जगह अवैध पटाखा फैक्टरी चल रही थी, उससे 150 मीटर दूर लेबर इंस्पेक्टर का कार्यालय है। इसका मतलब साफ है कि दाल में कुछ काला है और सरकार की इन लोगों पर पकड़ नहीं है।
जो भी हुआ गलत हुआ : उद्योग मंत्री बिक्रम सिंह
उद्योग मंत्री बिक्रम सिंह ने कहा कि ऊना में जो भी हुआ, गलत हुआ। उन्होंने कहा कि इस मामले में सरकार द्वारा की जा रही कार्रवाई की इसी सत्र के दौरान सदन को जानकारी दे दी जाएगी। उन्होंने कहा कि प्रदेश में कोई भी कारखाना लगने से पहले इसके लिए सभी स्वीकृतियां जरूरी हैं और इस संबंध में विपक्ष के आरोप गलत हैं। उन्होंने कहा कि जिस व्यक्ति ने अवैध पटाखा फैक्टरी लगाई थी, उसके पास बिजली-पानी के कनेक्शन तक नहीं थे। उन्होंने यह भी कहा कि जिस स्थान पर यह पटाखा फैक्टरी लगी थी, वहां पहले नोवा टेक इंजीनियरिंग के नाम से कारखाना स्थापित था। जो कुछ साल पहले बंद हो गया था। उन्होंने कहा कि इस सारे मामले के दोषियों को पकड़कर सख्त सजा दी जाएगी।