शिमला, 30 अप्रैल (निस)
मुख्य सचिव राम सुभग सिंह ने कहा है कि ‘कैच द रेन’ कार्यक्रम के तहत प्रदेश के सभी जिलों में प्राथमिकता के आधार पर 75-75 अमृत सरोवर बनाए जा रहे हैं,यानी पूरे प्रदेश में 900 जल सरोवर बनने हैं ताकि प्राकृतिक जल स्त्रोतों को रिचार्ज कर भू-जल के स्तर को सुदृढ़ किया जा सके। मुख्य सचिव प्रदेश में उत्पन्न सूखे की स्थिति व राज्य में चल रही विभिन्न विकासात्मक गतिविधियों की समीक्षा के लिए आयोजित बैठक की अध्यक्षता कर रहे थे। बैठक में राज्य के सभी जिला उपायुक्तों ने भी वर्चुअल माध्यम से भाग लिया।
उन्होंने कहा कि लोगों को जल संरक्षण के प्रति जागरूक करने के दृष्टिगत इसे आजादी का अमृत महोत्सव के साथ जोड़ा गया है। जिलों में बनाए जाने वाले इन अमृत सरोवरों पर 15 अगस्त को तिरंगा फहराया जाएगा। उन्होंने जिला उपायुक्तों को प्राकृतिक जल स्त्रोतों, बावड़ियों का जीर्णोंद्वार और जिओ टेगिंग प्राथमिकता के आधार पर करने के निर्देश दिए ताकि प्राकृतिक जल स्त्रोतों का संरक्षण किया जा सके। उन्होंने जलशक्ति विभाग के अधिकारियों को पेयजल योजनाओं को इंटरलिंक करने, पेयजल योजनाओं के स्त्रोतों को रिचार्ज करने के लिए कदम उठाने और हैंडपंप के माध्यम से उचित मात्रा में पेयजल उपलब्ध करवाने के निर्देश दिए।
कृषि अधिकारियों को दिये ये निर्देश
मुख्य सचिव ने कृषि विभाग के अधिकारियों को निर्देश दिए कि यदि कहीं पर पशुओं के चारे की समस्या सामने आती है, तो उसके लिए भी तूड़ी इत्यादि की व्यवस्था करने के संबंध में योजना तैयार की जाए । मुख्य सचिव ने सूखे से फसलों को हुए नुकसान की भी समीक्षा की। मुख्य सचिव ने मुख्यमंत्री महिला सशक्तिकरण योजना के अन्तर्गत स्वयं सहायता समूहों की महिलाओं का समयबद्ध बीमा करने के निर्देश दिए। उन्होंने कहा कि प्रधानमंत्री सुरक्षा बीमा योजना व प्रधानमंत्री जीवन ज्योति बीमा योजना के अन्तर्गत राज्य में स्वयं सहायता समूहों से जुड़ी लगभग 2 लाख महिलाओं के बीमा प्रीमियम का भुगतान राज्य सरकार द्वारा किया जाना है। उन्होंने कहा कि योजना के अन्तर्गत 10 मई तक महिलाओं का पंजीकरण किया जाएगा।
15 अगस्त को सरोवरों के पास फहराएंगे तिरंगा
इन अमृत सरोवरों पर 15 अगस्त को क्षेत्र के 75 वर्ष से अधिक आयु के वरिष्ठजन अथवा किसी शहीद के परिजन द्वारा तिरंगा फहराया जाएगा। उन्होंने सभी जिला उपायुक्तों को निर्देश दिए कि इस कार्य को प्राथमिकता देते हुए सभी जिलों में अमृत सरोवरों के नए स्ट्रक्चर बनाए जाएं और वहां तिरंगा फहराने की भी पर्याप्त व्यवस्था सुनिश्चित की जाए।