कांगड़ा जिला में भारी बारिश से 55 लोगों की मौत
उपायुक्त हेम राज बैरवा ने जानकारी दी कि 20 जून से 14 सितंबर तक हुई भारी वर्षा के चलते कांगड़ा जिला में 603 करोड़ रुपये से अधिक का नुकसान आंका गया है। इस अवधि में 55 लोगों की मौत हुई, जबकि 215 पशुओं की भी जान गई। उन्होंने बताया कि 180 कच्चे व 27 पक्के मकान पूरी तरह ध्वस्त हो गए हैं। वहीं 1076 कच्चे और 126 पक्के मकानों को आंशिक क्षति पहुंची है। आपदा में 1388 गौशालाएं, 74 श्रमिक शेड, रसोईघर, बाथरूम, डंगे और 33 दुकानें भी प्रभावित हुईं। विभिन्न विभागों को हुए नुकसान का आकलन करते हुए उपायुक्त ने बताया कि लोक निर्माण विभाग को लगभग 29,808 लाख रुपये, सिंचाई एवं पेयजल विभाग को 26,315 लाख रुपये और विद्युत बोर्ड को 627 लाख रुपये का नुकसान हुआ है। ग्रामीण विकास विभाग को 1126 लाख रुपये और स्वास्थ्य विभाग को 280 लाख रुपये की क्षति दर्ज की गई है। इसके अलावा कृषि और बागवानी को क्रमशः 188.83 लाख और 2.91 लाख रुपये का नुकसान पहुंचा है। उन्होंने बताया कि बड़ा भंगाल जैसे दुर्गम क्षेत्रों में हेलीकाॅप्टर की मदद से राहत सामग्री पहुंचाई जा रही है। वहीं, पौंग बांध के आसपास प्रभावित इलाकों में राहत व पुनर्वास कार्यों में तेजी लाई गई है।
धर्मशाला नगर निगम क्षेत्र को भी भारी वर्षा से 620 लाख रुपये से अधिक की क्षति हुई है। उपायुक्त ने कहा कि प्रभावित परिवारों को सरकारी प्रावधानों के तहत आर्थिक सहायता उपलब्ध कराई जा रही है। साथ ही सभी विभागों को विस्तृत नुकसान रिपोर्ट तैयार कर शीघ्र प्रस्तुत करने के निर्देश दिए गए हैं ताकि समयबद्ध पुनर्निर्माण कार्य शुरू किया जा सके। उन्होंने लोगों से अपील की कि वर्षा ऋतु में सतर्क रहें और किसी भी आपदा की स्थिति में तुरंत प्रशासन को सूचित करें।