43 किलोमीटर लंबी बनाई फायर लाइन, 100 हेक्टेयर क्षेत्र में कंट्रोल बर्निंग
हितेश शर्मा/निस
नाहन, 6 अप्रैल
हिमाचल प्रदेश में 15 अप्रैल से शुरू हो रहे फायर सीजन को लेकर वन विभाग ने सारी तैयारियां मुकम्मल कर ली हैं। जिला सिरमौर के वन मंडल नाहन ने बेशकीमती वन संपदा को आग से बचाने के लिए अपने सभी वन परिक्षेत्रों में खास इंतजाम किए हैं। खासकर ऐसे क्षेत्रों में स्टाफ को हर समय तैनात रहने के निर्देश दिए हैं, जो इलाके अग्निकांड की दृष्टि से अति संवेदनशील श्रेणी में आते हैं। वन मंडल नाहन में जमटा, त्रिलोकपुर, कोलर और नाहन वन परिक्षेत्रों में चीड़ के जंगल हैं। लिहाजा, आग फैलने की संभावनाएं सबसे ज्यादा रहती हैं। ऐसे में विभाग पूरी तरह अलर्ट हो गया है।
वन मंडल नाहन ने अपने सभी वन परिक्षेत्रों में 43 किलोमीटर लंबी फायर लाइन बनाई है। ये 10 मीटर चौड़ी और कई किलोमीटर लंबी हो सकती हैं। ताकि, यदि जंगल के किसी हिस्से में आग की घटना पेश आए तो फायर लाइन से इसे दूसरे जंगल में फैलने से पहले ही रोका जा सके। इसके साथ साथ 100 हेक्टेयर क्षेत्र में कंट्रोल बर्निंग की गई है। इसमें सड़क किनारे इकट्ठी होने वाली सूखी पत्तियों को जलाकर नष्ट किया गया, जिससे पत्तियों जैसा कोई ज्वलनशील पदार्थ सड़क पर न रहे। यही नहीं वन मंडल नाहन ने सभी वन परिक्षेत्रों में बीट स्तर पर फायर वाचरों की तैनाती कर दी है, जो आग लगते ही इसे कंट्रोल करने के साथ साथ विभाग के कर्मियों और अधिकारियों को जानकारी देंगे।
कर्मचारियों की छुट्टियां रद्द
फायर सीजन के दौरान वन विभाग ने सभी कर्मचारियों की छुट्टियां कैंसिल कर दी हैं। विभाग ने अधिकारियों सहित कर्मचारियों को वन संपदा को आग से बचाने के लिए हर वक्त तत्पर रहने के निर्देश जारी किए हैं। इसके साथ साथ विभाग फायर सीजन के दौरान लोगों को भी जागरूक करने में जुटा है।
वनों को बचाने के लिए जनसहभागिता जरूरी : डीएफओ
डीएफओ नाहन अवनी भूषण राय ने बताया कि वनों को आग से बचाने में जन सहभागिता बेहद आवश्यक है। गर्मियों के दौरान जंगलों व झाड़ियों में आग की घटनाएं बढ़ जाती हैं, जिससे वन संपदा के साथ-साथ वन्यजीवों को भी भारी नुकसान पहुंचता है। विभाग ने आग की घटनाओं को रोकने के लिए विशेष कदम उठाए हैं, जिसके लिए 100 हेक्टेयर क्षेत्र में कंट्रोल बर्निग की गई है। वन परिक्षेत्रों में फायर लाइन मेंटेनेंस की गई है। उन्होंने बताया कि हाल ही संपन्न हुई भर्ती प्रक्रिया में नाहन मंडल के अंतर्गत चयनित हुए 61 वन मित्रों को प्रशिक्षण पूर्ण होने के बाद ड्यूटी पर तैनात किया जाएगा। उन्होंने आमजन से अपील करते हुए कहा कि जलती हुई बीडी, सिगरेट व माचिस की तीली को इधर-उधर न फेंके। जंगलों के आस-पास कूडा-कचरा न जलाएं।