शिमला, 22 सितंबर (निस)
शहरी विकास मंत्री सुरेश भारद्वाज ने मंगलवार को शिमला में राष्ट्रीय आपदा प्रबंधन संस्थान और हिमाचल प्रदेश राज्य आपदा प्रबंधन प्राधिकरण (एचपीएसडीएमए) द्वारा संयुक्त रूप से ‘सस्टेनेबल एंड सेफ हिली एरिया डवेलपमेंट विद फोक्स ऑन अर्थक्वेक, लेंडस्लाइड एंड फलड्स’ विषय पर आयोजित वेबिनार के दौरान कहा कि हिमालय और पश्चिम घाट के क्षेत्र भू-स्खलन जैसी प्राकृतिक आपदा के कारण हमेशा प्रभावित रहते हैं। हिमाचल प्रदेश प्राकृतिक आपदा के दृष्टिगत अति संवेदनशील है। उन्होंने कहा कि आपदा की स्थिति में त्वरित राहत एवं बचाव कार्यों से जान-माल की क्षति को कम किया जा सकता है। सुरेश भारद्वाज ने कहा कि राष्ट्रीय आपदा प्रबन्धन संस्थान लोगों को आपदा प्रबधंन संबंधी जानकारी और प्रशिक्षण प्रदान करने में महत्वपूर्ण भूमिका निभा रहा है। प्राकृतिक आपदाओं के खतरे को कम करने के लिए हमें अपनी योजनाओं में मूलभूत बदलाव करने होंगे। उन्होंने कहा कि इस वेबिनार के आयोजन से हमें हिमालय के क्षेत्रों में इस तरह की परियोजनाओं का विकास करने में मदद मिलेगी जिससे इन खतरों की संभावनाओं को कम किया जा सके।