शिमला, 27 फरवरी (निस)
हिमाचल में फिलहाल मौसम के बिगड़े तेवरों से राहत की उम्मीद नहीं है। मौसम विभाग द्वारा आज जारी ताजा पूर्वानुमानों में राज्य में 3 मार्च तक वर्षा और बर्फबारी का सिलसिला जारी रहने की संभावना जताई गई है। विभाग के अनुसार राज्य में 28 व पहली मार्च को मध्यम व अधिक ऊंचाई वाले कुछ स्थानों पर वर्षा व बर्फबारी की संभावना है। विभाग ने 2 और 3 मार्च को राज्य के मैदानी और मध्यम ऊंचाई वाले इलाकों में वर्षा होने तथा अधिक ऊंचाई वाले इलाकों में बर्फबारी का पूर्वानुमान जारी किया है। विभाग के अनुसार हिमालय क्षेत्र में 28 फरवरी और 2 मार्च को दो अलग-अलग पश्चिमी विक्षोभ सक्रिय हो रहे हैं इसके प्रभाव से मौसम के तेवर बिगड़े रहेंगे।
इस बीच राज्य में हुई ताजा बर्फबारी व वर्षा से प्रदेश में शीतलहर का प्रकोप और बढ़ गया है। राज्य के जनजातीय क्षेत्रों में लोगों को जबरदस्त ठंड का सामना करना पड़ रहा है। आज केलांग में न्यूनतम तापमान -9.5, कल्पा में -4, कुफरी में -2.4, मनाली में -1.2, डलहौजी में 0.7, शिमला में 0.4, पालमपुर में 0.5, भूंतर में 3.7, सोलन में 3.8 और धर्मशाला में 7.2 डिग्री सेल्सियस दर्ज किए गए। बीते 24 घंटों के दौरान खदराला में एक फुट, कोठी में 15, निचार में 13, कल्पा में 9, कुफरी में 6 और सांगला व मनाली में 5-5 सेंटीमीटर ताजा बर्फबारी दर्ज की गई। इधर झंडूता में 30, पालमपुर में 24, भूंतर में 23, करसोग में 22 और जुब्बड़हट्टी में 21 मिलीमीटर वर्षा दर्ज की गई। अन्य स्थानों पर भी इस दौरान व्यापक वर्षा दर्ज की गई। इस बीच प्रदेश में हो रही बर्फबारी से अभी भी 257 सड़कें बंद हैं। इनमें से सर्वाधिक 147 सड़कें लाहौल स्पिति में बंद हैं जबकि कुल्लू में 40, चंबा और शिमला में 26-26, मंडी में 17, किन्नौर में दो और सोलन में एक सड़क बंद है। बर्फबारी के कारण प्रदेश में 160 बिजली ट्रांसफार्मर और 14 पेयजल परियोजना भी बंद है।
शिमला में फिर बढ़ी पेयजल समस्या
राजधानी शिमला सहित जिले के ऊपरी हिस्सों में हो रही बर्फबारी और अंधड़ चलने से बिजली आपूर्ति प्रभावित हुई है। इसका असर राजधानी शिमला की पेयजल आपूर्ति पर भी पड़ा है। बिजली आपूर्ति बाधित होने के चलते पानी की नियमित पंपिंग नहीं हो पा रही है। इसके चलते शिमला में आज 36.60 एमएलडी पानी ही पहुंचा। इस कारण आज शहर के कई इलाकों में पेयजल आपूर्ति प्रभावित हुई। शिमला जल प्रबंधन निगम के अनुसार कल 28 फरवरी को भी शहर के ऊंचाई वाले इलाकों में पेयजल आपूर्ति प्रभावित रहेगी।