शिमला (निस) : हिमाचल प्रदेश की राजधानी शिमला के निकट स्थित चियोग कस्बे में बीती रात हुए एक भयानक अग्निकांड में 15 दुकानें जलकर राख हो गई। इस अग्निकांड में करोड़ों रुपए का नुकसान हुआ है। आग लगने की सूचना मिलते ही शिमला व ठियोग से दमकल की गाड़ियां मौके पर पहुंची लेकिन आग इतनी जबरदस्त थी कि इसे कम करने में घंटों लग गए। हालांकि इस अग्निकांड में गनीमत रही कि कोई जानी नुकसान नहीं हुआ है। आग लगने का कारण बिजली की तारों में शॉट सर्किट बताया जा रहा है। घटना की सूचना मिलते ही एसडीएम ठियोग राहत व बचाव दल के साथ मौके पर पहुंचे और आग को बुझाने के कार्यों का निरीक्षण किया।
दूरदृष्टा, जनचेतना के अग्रदूत, वैचारिक स्वतंत्रता के पुरोधा एवं समाजसेवी सरदार दयालसिंह मजीठिया ने 2 फरवरी, 1881 को लाहौर (अब पाकिस्तान) से ‘द ट्रिब्यून’ का प्रकाशन शुरू किया। विभाजन के बाद लाहौर से शिमला व अंबाला होते हुए यह समाचार पत्र अब चंडीगढ़ से प्रकाशित हो रहा है।
‘द ट्रिब्यून’ के सहयोगी प्रकाशनों के रूप में 15 अगस्त, 1978 को स्वतंत्रता दिवस के अवसर पर दैनिक ट्रिब्यून व पंजाबी ट्रिब्यून की शुरुआत हुई। द ट्रिब्यून प्रकाशन समूह का संचालन एक ट्रस्ट द्वारा किया जाता है।
हमें दूरदर्शी ट्रस्टियों डॉ. तुलसीदास (प्रेसीडेंट), न्यायमूर्ति डी. के. महाजन, लेफ्टिनेंट जनरल पी. एस. ज्ञानी, एच. आर. भाटिया, डॉ. एम. एस. रंधावा तथा तत्कालीन प्रधान संपादक प्रेम भाटिया का भावपूर्ण स्मरण करना जरूरी लगता है, जिनके प्रयासों से दैनिक ट्रिब्यून अस्तित्व में आया।