निरमंड क्षेत्र में लगातार हो रही भारी बारिश ने तबाही मचा दी है। जगह-जगह भूस्खलन से कई गांवों और सैकड़ों घरों पर खतरा मंडरा रहा है। दर्जनों मकान ध्वस्त हो चुके हैं, जबकि कई रिहायशी इमारतों में बड़ी-बड़ी दरारें आ गई हैं। प्रभावित लोगों को पंचायत और स्थानीय प्रशासन की मदद से सुरक्षित ठिकानों पर शिफ्ट किया जा रहा है।
कोटी पंचायत के खानी गांव में सबसे पहले असर दिखा, जहां शुक्रु राम, चंदन लाल और रूप लाल के मकान पूरी तरह जमींदोज़ हो गए। इन परिवारों को पंचायत घर में बसाया गया है। इसी तरह राहणू पंचायत में लगातार भूस्खलन से सड़कें बंद हो गई हैं और कई मकानों को नुकसान पहुंचा है। खासकर कतमोरी लांज गांव में आधे से अधिक घर क्षतिग्रस्त हो चुके हैं और पूरा गांव खतरे की जद में आ गया है।
सबसे गंभीर हालात नोर पंचायत के डूगवी और पजेंडा गांवों में हैं। यहां पहाड़ी दरारों और भूस्खलन के कारण 14 परिवारों के घर रहने लायक नहीं बचे। मकानों में आई बड़ी दरारें धीरे-धीरे धंस रही हैं। ग्रामीण अब टेंट डालकर खुले आसमान के नीचे रात बिताने को मजबूर हैं। डूगवी गांव से लेकर पजेंडा सड़क तक जमीन खिसकने से सैकड़ों बीघा कृषि भूमि भी खतरे में है। नोर पंचायत के उपप्रधान यशपाल ठाकुर ने बताया कि डूगवी गांव के 14 परिवारों और उनके मवेशियों को गांव से करीब 500 मीटर दूर सुरक्षित स्थान पर शिफ्ट किया गया है। यहां बुजुर्ग, महिलाएं, धात्री माताएं और बच्चे अस्थायी टेंटों में रह रहे हैं। पंचायत की ओर से उन्हें भोजन और आवश्यक सामग्री उपलब्ध कराई गई है। कुछ परिवार अस्थायी रूप से रामपुर बुशहर में भी शरण लिए हुए हैं।
स्थानीय लोग और नेपाली मजदूर राहत कार्य में सहयोग कर रहे हैं। घरों से सामान निकालने में भी यही मददगार बने। पंचायत उपप्रधान ने कहा कि मौसम सुधरते ही कई सामाजिक संगठन (एनजीओ) मदद के लिए आएंगे। उन्होंने अन्य संस्थाओं और प्रशासन से भी आपदा प्रभावित परिवारों की तुरंत सहायता करने की अपील की है।
प्रशासन को सौंपी सूची
प्रभावित परिवारों की सूची प्रशासन को सौंप दी गई है। डूगवी और पजेंडा गांवों के धनी राम, देव राम, प्रदीप कुमार, दौलत राम, देवेंद्र कुमार, सालिग राम, शुकरु राम, खूब राम, खेम दास, डोला राम, गंगू राम, जयपाल, जीवत राम, कृष्ण लाल डुगवी, शादी लाल दराड, सेस राम तृणा, सूरी राम शलाट, अशोक कुमार सिकन, गोविंद राम ईश्वा, देवी सिंह, ईश्वा, भाग चंद बिजली, लगन दास पजेंडा, रोशन लाल, मोहर सिंह, पवन कुमार, डिणू राम, सोहन लाल और तेजा सिंह बिजली जैसे परिवारों के घर गंभीर रूप से प्रभावित हुए हैं। प्रशासन की टीम मौसम साफ होने के बाद मौके पर जाकर नुकसान का आकलन करेगी और रिपोर्ट सरकार को भेजी जाएगी। ग्रामीणों का कहना है कि हालात अगर जल्द नहीं संभले तो पूरा गांव उजड़ सकता है।